नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के विकासपुरी में 01 करोड़ की रंगदारी के मामले में पकड़े गए बदमाशों के मास्टरमाइंड ने पूछताछ में पुलिस को रंगदारी के प्लान के बारे में कई खुलासे किया हैं. जानकरी देते हुए डीसीपी दीपक पुरोहित ने कहा कि रंगदारी के मामले का मास्टरमाइंड तिहाड़ जेल में बंद सतेंद्र भिंडा ने जेल के अंदर से ही पूरी प्लानिंग की थी. इसके लिए जय दीक्षित को तैयार किया.
जेल से अपने गैंग के मेंबर को पहुंचाया मैसेज
पुलिस टीम द्वारा की गई पूछताछ में पता चला की जेल में बंद भिंडा ने जय दीक्षित के पास मेसेज पहुंचाया कि वह एक बिजनेसमैन को हूबहू उसी की तरह का मैसेज और व्हाट्सअप कॉल करके एक करोड़ की रंगदारी मांगे. जिस बिजनेसमैन को टारगेट करना था, उसका डिटेल और नंबर भी तिहाड़ में बंद भिंडा ने ही उपलब्ध कराया था.
प्लान के अनुसार की गयी रंगदारी की कॉल
पुलिस ने यह बताया की व्हाट्सप्प कॉल जिस फ़ोन से की गयी थी, वह नजफगढ़ इलाके में छिना गया था. जिसके बाद उन लड़को ने भिंडा के प्लान अनुसार सिम को आगे पहुंचाया. फिर मनदीप ने नया फ़ोन खरीदकर उसमें सिम लगाकर आगे भिजवाया. फिर उसमें व्हाट्सएप इंस्टाइल करवाया गया. फिर जय दीक्षित ने विकासपुरी में लोहे का बिजनेस करने वाले बिजनेसमैन को व्हाट्सप्प कॉल कर एक करोड़ की रंगदारी मांगी. लेकिन जैसे-जैसे सभी बदमाश गिरफ्तार होते गए, यह मामला परत दर परत खुलता चला गया.
सातों की गिरफ्तार से हुआ खुलासा
डीसीपी दीपक पुरोहित के अनुसार इस मामले में पुलिस टीम ने जय दीक्षित के साथी मनदीप, नवीन, रमन आदि मिलाकर 7 लोगों को गिरफ्तार किया और इन सातों की गिरफ्तारी से बाबा हरिदास नगर, निहाल विहार, कीर्ति नगर, द्वारका नॉर्थ और विकासपुरी थाना के आधा दर्जन मामलों का खुलासा किया गया है.