नई दिल्ली: नारायणा में तेज रफ्तार कार के कारण हुए एक सड़क हादसे में 16 साल के छात्र की मौत हो गई. लेकिन एक्सीडेंट के कई घंटे बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई. इसके बाद परिजनों ने नारायणा में मुख्य सड़क पर डेड बॉडी रखकर जाम लगा दिया और दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
पीड़ित बच्चे के परिजनों और कॉलोनी के काफी संख्या में लोगों ने इकट्ठा होकर नारायणा रिंग रोड से इंद्रपुरी जाने वाली मुख्य सड़क पर एक घंटे से अधिक समय तक जाम लगा दिया. इसके बाद नारायण थाने के एसएचओ और काफी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन नाराज लोग मानने को तैयार नहीं थे. परिजनों का आरोप है कि इस घटना में पुलिस ने लापरवाही दिखाई है, जिसका नतीजा है कि गाड़ी की पहचान होने के बावजूद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया.
परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस जानबूझकर आरोपी को बचाने की कोशिश कर रही है. नाराज परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार 16 साल का आकाश 11वीं का छात्र था. छात्र सोमवार शाम को कोचिंग के लिए गया था, लेकिन रात 8 बजे तक वह वापस घर नहीं आया. बाद परिजनों ने ढूंढना शुरू किया तब उन्हें जानकारी मिली कि घर के पास ही उसकी एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है.
मिली जानकारी के अनुसार घटनास्थल के पास से सीसीटीवी फुटेज भी मिली है, जिसमें एक कार से छात्र को टक्कर लगने का फुटेज है, लेकिन पुलिस अब तक आरोपी तक नहीं पहुंच पाई है. इसी बात से नाराज परिजन आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क जाम कर धरना प्रदर्शन कर रहे थे.
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आकाश दो भाइयों में छोटा था और नारायणा विहार इलाके में अपने परिवार के साथ रह रहा था. उसके पिता एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड का काम करते हैं. परिजनों का यह भी आरोप है कि घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल पहुंचाने में भी देर की.
हालांकि बाद में नारायण थाने के एसएचओ ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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