नई दिल्ली: दुर्गापूजा, दीपावली, भैयादूज के बाद चित्रगुप्त गुप्त पूजा का समापन हो चुकी है और इसे के साथ छठ उत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. आज (शुक्रवार) को नहाय खाय के साथ छठ पूजा की शुरुआत हो चुकी है. इससे पहले गुरुवार को द्वारका के नांगली इलाके में चित्रगुप्त पूजा का मौके पर स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, इस मौके पर बिहार से आये लोकगीत कलाकारों ने छठ के गीतों से कार्यक्रम में समा बांध दिया.
इस बार सूर्य ग्रहण के कारण ऐसा संजोग बना कि चित्रगुप्त पूजा की अगली सुबह से ही छठ पूजा की शुरुआत हो रही है. पूर्वांचल से आने वाले अधिकतर लोग छठ व्रत करते हैं. ऐसे में गुरुवार को चित्रगुप्ता पूजा के अवसर पर इस मौके पर लोगों को भक्ति भाव से सराबोर करने के लिए खासतौर पर बिहार से लोकगीत गायकों को बुलाया गया था. बिहार से आये मैथिली और भोजपुरी कलाकारों ने कार्यक्रम में समा बांध दिया.
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चित्रगुप्त पूजा के अवसर पर छठ पूजा से जुड़े मैथिली और भोजपुरी गीतों कि जब शुरुआत हुई तो लोग काफी खुश और उत्साहित हो गए और झूमते नजर आए. छठ पूजा की शुरुआत शुक्रवार से हुई. ऐसे में लोगों में अलग ही उत्साह देखने को मिला.
वहीं इस अवसर पर आयोजकों का कहना है कि दो साल कोरोना के कारण लोग सामूहिक रूप से किसी पर्व त्योहार को नहीं मना सके, लेकिन इसबार हालात बेहतर हैं. इस बार छठ पूजा लोगों के साथ मिलजुलकर मनाएंगे. साथ ही आयोजकों ने लोगों को छठ पर्व की शुभकामनाएं भी दीं.
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