नई दिल्ली : दिल्ली के मायापुरी के डीटीसी डिपो में एक सप्ताह से अधिक समय से कैंटीन बंद है. इस वजह से यहां 24 घंटे काम करने वाले कर्मचारी परेशान हैं. शिकायतों के बावजूद ना ही कैंटीन शुरू किया गया है और ना ही बंद होने की वजह बताई गई. मायापुरी डिपो में कैंटीन बंद होने से सबसे ज्यादा डिपो के कर्मचारी प्रभावित है.
दिल्ली सरकार की लापरवाही से परिवहन विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मायापुरी डीटीसी डिपो में सैकड़ों कर्मचारी काम करते हैं. यहां काम 24 घंटे चलता है. ऐसे में यहां की कैंटीन पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से बंद है. कैंटीन के बंद होने की वजह से खासतौर पर नाइट शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारियों की परेशानी दोगुनी हो गई है.
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नाइट शिफ्ट में काम करने वालों को चाय या खाने की व्यवस्था के लिए दो से तीन किलोमीटर तक पैदल जाना पड़ता है. साथ ही इन कर्मचारियों का कहना है कि उसके लिए अधिक पैसे भी खर्च करने पड़ते हैं और रात में काफी दूर तक जाना पड़ता है. दिन में भी काम करने वाले कर्मचारियों को परेशानी हो रही है. कैंटीन बंद होने की मजबूरी के बाद यहां बाहर से खाना ऑर्डर देकर मांगना पड़ रहा है.
मायापुरी डीटीसी डिपो में लगभग 100 बसों का बेड़ा है और लगभग 1000 कर्मचारी यहां काम करते हैं. यह डिपो 24 घंटे खुला रहता है, क्योंकि बसों की आवाजाही जारी रहती है. ऐसे में जो कर्मचारी देर रात तक या नाइट शिफ्ट में काम करते हैं उन्हें चाय के साथ-साथ खाने की जरूरत होती है. जो कैंटीन बंद होने की स्थिति में नहीं मिल पा रहा और कई बार भूखा ही रहना पड़ता है.
इन कर्मचारियों की माने तो उन्होंने इस संबंध में डिपो मैनेजर के साथ-साथ अन्य आलाधिकारियों को भी जानकारी दी है, लेकिन अब तक इसके बारे में कुछ नहीं बताया गया. ना ही कैंटीन बंद होने की वजह ही बताई गई और ना ही इस बात को बताया जा रहा कि कब तक कैंटीन दोबारा खुलेगी. इस समस्या के बारे में जब हमारी टीम ने मायापुरी डिपो के डिपो मैनेजर अनुज गुप्ता से मिलने और बात करने की कोशिश की तो उन्होंने मिलने से साफ मना कर दिया.
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