नई दिल्ली: जाफरपुर थाना इलाके में रहने वाली हरियाणवी गायिका संगीता का सपना बहुत बड़ा था. उसने लगातार कई गाने भी गाए और कई गानों का अच्छा रिस्पॉन्स भी मिला. लेकिन यही पॉपुलरटी एक दिन उसके लिए जानलेवा साबित हो जाएगी, ऐसे उसे कभी उम्मीद नहीं थी. साथी गायक रवि से दोस्ती हुई, फिर प्यार हुआ जो आगे बढ़ता चला गया. बाद में दोनो में झगड़ा हुआ तो दिव्या ने किनारा कर लिया और रवि के साथ गाना गाने से मना कर दिया.
यह बात रवि को खटक गई और उसने संगीता से बदला लेने के मोहित नाम के शख्स को आगे कर दिया. मोहित ने उसे अपने साथ गाने के लिए ऑफर दिया. उसने पहले फोन करके संगीता से सम्पर्क किया. फिर किसी तरह उसे अपने भरोसा मे ले लिया. इसी ने दिव्या का काम तमाम करने में अहम भूमिका अदा की. मृतक गायिका के पिता का कहना है किवह 11 मई को वीडियो एलबम शूट करने की बात कहकर घर से गई थी. लेकिन जब देर शाम तक रिस्पॉन्स नहीं मिला तो वे घबरा गए.
ये भी पढ़ें: हरियाणवी सिंगर संगीता की हत्या मामले में खुलासा, शूटिंग के बहाने बुलाकर की हत्या और फिर दफनाया शव
उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि काफी देर बाद संगीता ने मेरा लॉस्ट कॉल पिक किया और नींद आने की बात कहकर फोन रख दिया. उसके बाद फिर दुबारा बात नहीं हो पाई. फिर कुछ देर बाद मोबाइल बन्द हो गया. वे कहते हैं कि उन्हें इसी बात का मलाल है कि यदि उस समय बात हो जाती तो पता चल जाता कि वह कहां है और किस हालत में है तो शायद मेरी बेटी की जान बच जाती.
वहीं दिव्या की बहन का आरोप है कि दो दिन तक जब कुछ नहीं पता चल पाया, तब परिवार वाले 13 मई को जाफरपुर पुलिस स्टेशन गए. लेकिन पुलिस ने रिस्पॉन्स नहीं लिया. अगले दिन 14 मई को भी गए कम्प्लेन देने गए तो सिर्फ खानापूर्ति की गई. ना तो लोकेशन पता किया गया और ना ही कोई पूछताछ हुई. बता दें कि परिवार वाले के इसी आरोप के बाद डीसीपी द्वारका शंकर चौधरी ने एसएचओ गिरीश कुमार को सस्पेंड कर दिया है.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप