नई दिल्ली: लॉकडाउन लगने के बाद से द्वारका पुलिस लगातार द्वारका के वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल और उनकी सहायता करने के लिए कार्य कर रही है. इसी क्रम में द्वारका नॉर्थ थाने के बीट स्टाफ हेड कांस्टेबल बसंत ने एक बुजुर्ग महिला को अपनी पर्सनल कार में दिल्ली के एम्स अस्पताल पहुंचा कर मानवता की मिसाल पेश की है.
समय-समय पर फोन कर पूछते थे बुजुर्ग महिला का हाल
डीसीपी द्वारका एंटो अल्फ़ोंस ने बताया कि ककरोला के पटेल गार्डन में बुजुर्ग महिला चंद्रकांता अपने परिवार के साथ रहती हैं. जो लगातार द्वारका नॉर्थ थाने के बीट स्टाफ हेड कांस्टेबल बसंत के संपर्क में थी. वहीं बीट स्टाफ हेड कांस्टेबल भी समय-समय पर फोन कर उनका हाल चाल लेते हैं, साथ ही पैसे और उनकी तबीयत के बारे में भी पूछते थे. लेकिन एक दिन बुजुर्ग महिला अपने ही घर में फिसल गई जिसके कारण उनके पांव में फ्रैक्चर आ गया था.
महिला को अपनी पर्सनल कार में बैठाकर पहुंचाया एम्स
आनन-फानन में बुजुर्ग महिला के परिवार वालों की तरफ से हेड कांस्टेबल बसंत को इस बारे में सूचना दी गई. हेड कांस्टेबल बसंत ने तुरंत महिला के घर पहुंचकर महिला को अपनी कार में बैठाकर एम्स अस्पताल ले जाकर उनका इलाज करवाया. जिसके बाद उन्होंने महिला को वापस घर भी छोड़ा. जिसके लिए महिला और उनके परिवार वालों ने हेड कांस्टेबल बसंत को धन्यवाद भी किया.
बुजुर्गों की मदद करने के लिए सभी को है निर्देश
द्वारका डीसीपी ने बताया कि लॉकडाउन लगने के बाद द्वारका पुलिस के सभी बीट स्टाफ को यह निर्देश दिए गए कि वह लोग अपने एरिया के सभी बुजुर्ग लोगों से लगातार संपर्क में रहेंगे ताकि इमरजेंसी के दौरान पुलिस उनके पास पहुंचकर वो की मदद कर सकें.