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Baba Ramdev statement: एक जून को काली पट्टी बांधकर डॉक्टर करेंगे प्रोटेस्ट

एलोपैथी चिकित्सा पद्धति और कोरोना योद्धाओं के विरुद्ध योग गुरु बाबा रामदेव के कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी (ramdev statement ) से आहत होकर रेजिडेंट डॉक्टर्स की संस्था फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA ) ने एक जून को सांकेतिक रूप से अपने बांह पर ब्लैक पट्टी बांधकर प्रोटेस्ट करने का निर्णय लिया है. FORDA ने सरकार से बाबा रामदेव के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग की है.

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Published : May 29, 2021, 10:32 PM IST

Updated : Jun 17, 2021, 4:05 PM IST

ramdev statement controversy
डॉक्टर करेंगे प्रोटेस्ट

नई दिल्लीः योग गुरु बाबा रामदेव की एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति पर सवाल खड़ा किए जाने और कोरोना योद्धाओं के लिए कथित तौर पर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने से आहत फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने एक जून को सांकेतिक रूप से धरना-प्रदर्शन ( delhi doctors protect ) करने का निर्णय लिया है. डॉक्टर बाबा रामदेव की एलोपैथी चिकित्सा पद्धति और डॉक्टर्स की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किए जाने से दुखी हैं और चाहते हैं कि बाबा रामदेव पूरी डॉक्टर कम्युनिटी से माफी मांगते हुए स्टेटमेंट वापस लें.


टीकाकरण अभियान को असफल करने की कोशिश की गई

रेजिडेंट डॉक्टर्स की संस्था फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. मनीष बताते हैं कि डॉक्टर्स , नर्सेज , मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, मीडिया कर्मी और टीचर्स अपनी जान की परवाह किए बगैर कोरोना महामारी के दौरान कोरोना मरीजों की सेवा में लगे रहे. क्षमता से बढ़कर लोगों ने काम किया और अभी भी कर रहे हैं. इनमें से कुछ ने अपनी जान भी गंवा दी. इसके बावजूद, जब उनकी सेवा और निष्ठा पर सवाल खड़ा किया जाता है, तो उनका मन काफी दुखी होता है. कुछ दिन पहले रामकिशन यादव उर्फ बाबा रामदेव ने भारत सरकार की वैक्सीनेशन ड्राइव को प्रभावित करने के लिए एक ऐसा स्टेटमेंट दिया, जिसे सही नहीं ठहराया जा सकता है. उनके इस कदम से देशभर के लोगों में वैक्सीन को लेकर असुरक्षा की भावना घर कर गई है और लोग वैक्सीन लेने से कतराने लगे हैं. कोरोना महामारी से निपटने में भारत सरकार की द्वारा किए जा रहे प्रयासों को, उनके इस कदम से काफी धक्का पहुंचा है.

'मानवता के खिलाफ है बाबा रामदेव का बयान'
ये भी पढ़ें-एलोपैथ V/S आयुर्वेद विवाद : बाबा रामदेव को IMA ने खुली बहस के लिए दी चुनौती


एक जून को ब्लैक डे के रूप में मनाएंगे

डॉ. मनीष ने बताया कि राम किशन यादव उर्फ बाबा रामदेव ने पूरे एलोपैथी सिस्टम पर ही अपमानजनक टिप्पणी की है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. हैरानी इस बात की है कि इतना कुछ होने के बावजूद बाबा रामदेव के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. बाबा रामदेव के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एक जून को पूरे देशभर में ब्लैक डे प्रोटेस्ट के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. इस प्रोटेस्ट का उद्देश्य मरीजों की केयर में किसी तरह की परेशानी पैदा नहीं करना है, बल्कि आवाज सरकार तक पहुंचाना है.

delhi doctors protect
काली पट्टी बांधकर डॉक्टर करेंगे प्रोटेस्ट
बाबा रामदेव के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग

डॉ. मनीष ने बताया कि बाबा रामदेव ने मॉडर्न मेडिसिन पर अपमानजनक टिप्पणी कर और लोगों को वैक्सीन के प्रति भ्रम फैलाकर राष्ट्रद्रोह का काम किया है. उनके खिलाफ एपिडेमिक डिजास्टर 1897 के तहत कार्रवाई की मांग की गई है. रामकिशन यादव उर्फ बाबा रामदेव के स्टेटमेंट पूरी मानवता के खिलाफ है.

नई दिल्लीः योग गुरु बाबा रामदेव की एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति पर सवाल खड़ा किए जाने और कोरोना योद्धाओं के लिए कथित तौर पर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने से आहत फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने एक जून को सांकेतिक रूप से धरना-प्रदर्शन ( delhi doctors protect ) करने का निर्णय लिया है. डॉक्टर बाबा रामदेव की एलोपैथी चिकित्सा पद्धति और डॉक्टर्स की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किए जाने से दुखी हैं और चाहते हैं कि बाबा रामदेव पूरी डॉक्टर कम्युनिटी से माफी मांगते हुए स्टेटमेंट वापस लें.


टीकाकरण अभियान को असफल करने की कोशिश की गई

रेजिडेंट डॉक्टर्स की संस्था फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. मनीष बताते हैं कि डॉक्टर्स , नर्सेज , मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, मीडिया कर्मी और टीचर्स अपनी जान की परवाह किए बगैर कोरोना महामारी के दौरान कोरोना मरीजों की सेवा में लगे रहे. क्षमता से बढ़कर लोगों ने काम किया और अभी भी कर रहे हैं. इनमें से कुछ ने अपनी जान भी गंवा दी. इसके बावजूद, जब उनकी सेवा और निष्ठा पर सवाल खड़ा किया जाता है, तो उनका मन काफी दुखी होता है. कुछ दिन पहले रामकिशन यादव उर्फ बाबा रामदेव ने भारत सरकार की वैक्सीनेशन ड्राइव को प्रभावित करने के लिए एक ऐसा स्टेटमेंट दिया, जिसे सही नहीं ठहराया जा सकता है. उनके इस कदम से देशभर के लोगों में वैक्सीन को लेकर असुरक्षा की भावना घर कर गई है और लोग वैक्सीन लेने से कतराने लगे हैं. कोरोना महामारी से निपटने में भारत सरकार की द्वारा किए जा रहे प्रयासों को, उनके इस कदम से काफी धक्का पहुंचा है.

'मानवता के खिलाफ है बाबा रामदेव का बयान'
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एक जून को ब्लैक डे के रूप में मनाएंगे

डॉ. मनीष ने बताया कि राम किशन यादव उर्फ बाबा रामदेव ने पूरे एलोपैथी सिस्टम पर ही अपमानजनक टिप्पणी की है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. हैरानी इस बात की है कि इतना कुछ होने के बावजूद बाबा रामदेव के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. बाबा रामदेव के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एक जून को पूरे देशभर में ब्लैक डे प्रोटेस्ट के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. इस प्रोटेस्ट का उद्देश्य मरीजों की केयर में किसी तरह की परेशानी पैदा नहीं करना है, बल्कि आवाज सरकार तक पहुंचाना है.

delhi doctors protect
काली पट्टी बांधकर डॉक्टर करेंगे प्रोटेस्ट
बाबा रामदेव के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग

डॉ. मनीष ने बताया कि बाबा रामदेव ने मॉडर्न मेडिसिन पर अपमानजनक टिप्पणी कर और लोगों को वैक्सीन के प्रति भ्रम फैलाकर राष्ट्रद्रोह का काम किया है. उनके खिलाफ एपिडेमिक डिजास्टर 1897 के तहत कार्रवाई की मांग की गई है. रामकिशन यादव उर्फ बाबा रामदेव के स्टेटमेंट पूरी मानवता के खिलाफ है.

Last Updated : Jun 17, 2021, 4:05 PM IST
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