नई दिल्लीः एसओएल छात्र–छात्राओं ने दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा दिसंबर में सेमेस्टर परीक्षा आयोजित करने और परीक्षा रिजल्ट घोषित न किए जाने के खिलाफ भूख हड़ताल की. छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर सोशल मीडिया पर #DeclareSOLResults और #NoBooksNoExams हैशटेग के साथ ऑनलाइन अभियान भी चलाया.
आपको बता दें कि SOL द्वारा जुलाई माह में ही प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों के असाइनमेंट (ABE) के माध्यम से और तृतीय वर्ष के छात्रों की ओपेन बुक एग्जाम (OBE) के जरिए परीक्षा ली जा चुकी है. लेकिन लगभग 3 महीने बीतने के बाद भी एसओएल छात्रों का रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है.
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली विश्वविद्यालय ने 26 अकटूबर को नोटिस जारी कर एसओएल छात्रों की 12 दिसंबर से परीक्षा आयोजित करने की घोषणा की है. क्रांतिकारी युवा संगठन के दिल्ली राज्य समिति सदस्य मोहित ने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि परीक्षा में एक महिना बाकी है, लेकिन अब तक एसओएल छात्रों को द्वितीय व तृतीय सत्र के लिए न ही किताबें दी गई हैं और न ही कक्षाओं का आयोजन किया है.
रिजल्ट में देरी और सत्र की अनिश्चितता से छात्र परेशान
गौरतलब है कि सत्र 2019-20 में एसओएल में बिना-तैयारी CBCS लागू किया गया था, जिस कारण प्रथम वर्ष छात्र पहले से ही अकादमिक सत्र को लेकर अनिश्चितता और शंका में थे. मौजूदा सत्र में रिजल्ट में देरी और नए सत्र की तैयारियों के हालात को देखते हुए एक बार फिर से डीयू और एसओएल प्रशासन के खोखले दावों का पर्दाफाश हो चुका है.
मोहित का आरोप है कि पिछले सत्र में जल्दबाजी में खराब स्टडी मटेरियल तैयार करवा कर प्रथम वर्ष छात्रों को बांटा गया और असाइनमेंट बेस्ड ईवैल्यूऐशन(ABE) परीक्षाओं में प्रथम वर्ष छात्रों को मजबूरन इसी का उपयोग कर असाइनमेंट बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
मूल सुविधाओं से वंचित हैं छात्र
मोहित का आरोप है कि एसओएल छात्र लगातार बेहतर शिक्षा दिए जाने के लिए संघर्ष करते रहें, लेकिन छात्रों की मांगें सुनने के बजाए प्रशासन किताबें व क्लासेज जैसी मूलभूत सुविधाएं देने से वंचित कर रहा है. एसओएल छात्र अपनी इन्हीं समस्याओं और दिल्ली विश्वविद्यालय और एसओएल प्रशासन द्वारा उनके शैक्षणिक जीवन के साथ किए जा रहे खिलवाड़ के खिलाफ तीव्र आंदोलन करेंगे.