नई दिल्ली: दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास के पास भारतीय किसान मोर्चा और दिल्ली के किसानों ने पंचायत किया. इस दौरान किसानों ने कहा कि दिल्ली में बीते दिनों हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल खराब हुई है, इसके एवज में किसान केजरीवाल सरकार से मुआवजे की मांग करती है. साथ ही सरकार को चेतावनी भी देती है कि यदि दिल्ली सरकार किसानों की बात नहीं मानती यह आंदोलन और भी बड़ा होगा. ज्ञात हो कि अरविंद केजरीवाल ने किसानों का खुद का हितैषी बताते हुए कृषि योजनाओं का क्रियान्वयन दिल्ली देहात के इलाकों से किया था. बावजूद उसके किसानों को सरकार कोई सहयोग कर नहीं कर रही है.
किसान विरोधी नीतियों के कारण लोग परेशान: नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा दिल्ली सरकार किसानों के साथ दोगला व्यवहार कर रही है. एक तरफ तो किसानों के हित की बात करती है. जबकि दूसरी ओर दिल्ली देहात के किसान केजरीवाल सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण परेशान है. दिल्ली सरकार सत्ता संभालने के बाद से यहां के किसानों के लिए कोई बड़ी योजना का ऐलान नहीं किया है. यही वजह है कि दिल्ली के किसान दिल्ली में कृषि का दर्जा देने सहित कई मांगों को लेकर लगातार दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं.
हजारों एकड़ भूमि पर लहराती फसल खराब: दिल्ली देहात के किसान विनोद त्यागी ने बताया कि वह बुराड़ी इलाके से आए हैं और दिल्ली में बुराड़ी के किसानों को कृषि का दर्जा नहीं है. बुराड़ी इलाके में करीब 20,000 से ज्यादा एकड़ भूमि पर बुराड़ी इलाके में लोग खेती करते हैं. किसानों को दिल्ली सरकार ने अपने बजट में कुछ खास नहीं दिया. बीते दिनों दिल्ली में हुई ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश की वजह से किसानों की हजारों एकड़ भूमि पर लहराती गेहूं की फसल खराब हो गई. कोई भी अधिकारी मौके पर सर्वे करने के लिए नहीं पहुंचा. किसानों का साफ कहना है कि दिल्ली सरकार यदि किसानों की मांगें नहीं मानती है तो यह आंदोलन और भी बड़ा होगा.
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कृषि उपकरण खरीदने पर टैक्स: भारतीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष विनोद सेहरावत ने भी दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में करीब 200 गांवों में खेती होती है. किसान दिल्ली सरकार की ओर हर साल मदद की उम्मीद करता है. दिल्ली के किसान दिल्ली में खेती करने के लिए कृषि उपकरण दूसरे राज्य से खरीदते हैं, क्योंकि राजधानी में कृषि उपकरण खरीदने पर टैक्स लगा हुआ है. दिल्ली देहात के इलाकों में फसल बारिश की वजह से पूरी तरह से खराब हो चुकी है. देहात की सड़कें टूटी हुई है, खेतों में तालाब बने हुए हैं. बावजूद उसके केजरीवाल सरकार ध्यान नहीं दे रही है.
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