नई दिल्ली: तिमारपुर थाना पुलिस ने चोरी के मामले को सुलझाते हुए एक नाबालिग सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से चोरी किए गए 27 एलईडी टीवी बरामद किए गए हैं. सभी एलईडी टीवी 9 कार्टून में भरे हुए थे. आरोपियों ने मजनू का टीला इलाके में चर्च के पास खड़े ट्रक से इन्हें चुराया था. गिरफ्तार किए गए आरोपी पेशेवर अपराधी हैं और इन पर पहले भी दिल्ली के अलग-अलग थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं.
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि तिमारपुर थाना पुलिस को विनोद पाल नाम के शख्स ने बताया कि उसके ट्रक से एलईडी टीवी के 9 कार्टून चोरी हुए हैं. एक कार्टून में 3 एलईडी टीवी थे, कुल 27 एलइडी टीवी चोरों ने चोरी किये हैं. शिकायतकर्ता की शिकायत पर तिमारपुर थाना पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज कर लिया और मामले की पड़ताल के लिए एसीपी तिमारपुर और एसएचओ की देखरेख में टीम का गठन किया.
मामले की पड़ताल करते हुए पुलिस टीम ने इलाके में लगे 15 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले, लोकल इंटेलिजेंस और टेक्निकल सर्विलांस का भी सहारा लेते हुए आरोपियों की पड़ताल में पुलिस टीम जुट गई. पुलिस टीम ने घटनास्थल से ट्रक से सामान चोरी करते हुए तीन लोगों का सीसीटीवी वीडियो भी बरामद किया. तीनो आरोपियों की पहचाना और फुटेज के आधार पर छापा मारकर गिरफ्तार किया.
पकड़े गए आरोपियों की पहचान जितेंद्र उर्फ लाला (33) और हसन मंडल उर्फ मोना (33) के रूप में हुई है. तीनों ही आरोपी मजनू टीला इलाके के रहने वाले हैं. आरोपी जितेंद्र उर्फ लाला पर बुराड़ी और सिविल लाइंस थाने में चोरी के दो मामले पहले से दर्ज हैं. पूछताछ में आरोपियों ने रिंग रोड पर खड़े ट्रक से एलईडी टीवी के 9 कार्टून चोरी करने की बात कबूली है. फिलहाल पुलिस टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 27 एलईडी टीवी बरामद किए हैं.
ये भी पढ़ें: किशनगंज से स्मैक तस्कर गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस को चार सालों से थी तलाश
ड्रग पैडलर गिरफ्तार: दक्षिणी दिल्ली जिला के नारकोटिक्स स्क्वायड की टीम ने क्षेत्र में गश्त के दौरान एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए तस्करी के मामले में एक ड्रग पेडलर को गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से 530 ग्राम हशीश चरस बरामद किया गया है. गिरफ्तार आरोपी व्यक्ति की पहचान आंबी विकास तमांग के रूप में हुई है, जो कोटला मुबारकपुर में रह रहा था. आरोपी मूल रूप से नेपाल का रहने वाला बताया जा रहा है और पिछले कई महीनों से भारत में रह रहा था. यह इवेंट्स और पार्टियों में हेल्पर का काम करता था. धीरे-धीरे ड्रग्स की सप्लाई भी करने लगा.
दक्षिण दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि नारकोटिक्स स्क्वायड की टीम को एक गुप्त सूचना मिली थी कि वर्जित पदार्थों की आपूर्ति में शामिल एक व्यक्ति रमन मंजिल डीडीए पार्क मेन रोड ग्रेटर कैलाश इलाके में आने वाला है. सूचना के बाद छापेमारी के लिए एसीपी राजेश कुमार ने नारकोटिक्स इंस्पेक्टर आनंद कुमार जिसमें एसआई राजीव, नरेंद्र, एएसआई प्रकाश चंद, रामधारी, हेड कॉन्स्टेबल प्रवीण टोकस, कॉन्स्टेबल विकास को शामिल किया गया.
मिली जानकारी के अनुसार, सूचना को और विकसित किया गया और रमन मंजिल डीडीए पार्क मेन रोड पीएस ग्रेटर कैलाश के पास जाल बिछाया गया. कुछ देर बाद एक व्यक्ति को संदिग्ध हालत में घूमते हुए देखा गया उसे रुकने का इशारा किया, लेकिन रुकने की वजाय वह तेजी से आगे बढ़ने लगा. इसके बाद सतर्क पुलिसकर्मियों ने कार्रवाई करते हुए से दबोच लिया. उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से कुल 530 ग्राम चरस बरामद किया गया. बाद में उसकी पहचान नेपाली नागरिक आंबी विकास तमांग के रूप में हुई. फिलहाल इस संबंध में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत ग्रेटर कैलाश थाने में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है.
ये भी पढ़ें: दिल्ली पुलिस ने मोबाइल लूट मामले में एक बदमाश को किया गिरफ्तार