नई दिल्ली: त्योहारों का सीजन आते ही मुनाफाखोर अपनी जेब भरने के लिए लोगों की जान दांव पर लगा कर मिलावटखोरी शुरू कर देते हैं. ऐसे मिलावटखोरों के खिलाफ अंकुश लगाने के लिए प्रशासन का सख्त एक्शन देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में उत्तर पश्चिमी दिल्ली में दिवाली से पहले खाद्य विभाग और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने कंझावला औद्योगिक क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में नकली जीरा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ (crime branch busted fake cumin factory in Delhi) किया है. टीम ने कार्रवाई करते हुए मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के विशेष आयुक्त रविंद्र सिंह यादव को मिलावटखोरी को लेकर गुप्त सूचना मिली थी. इसके बाद डीसीपी विचित्र वीर और एसीपी विवेक त्यागी के सुपरविजन में टीम गठित की गई. इसमें एएसआई बाल किशन, एएसआई पवन, अशोक, प्रेम सिंह, अनिल हुडा, हेड कॉन्स्टेबल मनदीप, विकास डबास, राज आर्यन और हेड कॉन्स्टेबल आजाद सिंह को शामिल किया गया. इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम और खाद्य विभाग ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर कंझावला औद्योगिक क्षेत्र में छापेमारी की जहां नकली जीरा बनते हुए पाया गया.
छापेमारी के दौरान टीम ने 28,210 किलो नकली जीरा बरामद किया. टीम ने नकली जीरा बनाने में उपयोग होने वाले उत्पाद को भी सीज कर अपने कब्जे में लिया. इस बाबत एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया, जिसकी पहचान सुरेश गुप्ता के रूप में हुई है.
पुलिस ने बताया कि जंगली फूल घास, शीरा और पत्थर पाउडर से नकली जीरा तैयार किया जा रहा था. क्राइम ब्रांच के मुताबिक इसकी कीमत एक करोड़ से ज्यादा की बताई जा रही है. इस तरह का जीर स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है.
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फिलहाल क्राइम ब्रांच ने इस संबंध में विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. गौरतलब है कि हर बार दिवाली के समय मिलावट का कारोबार तेज हो जाता है, लेकिन इस बार पुलिस और खाद्य विभाग की टीम ने इस पर अंकुश लगाने तैयारी कर रखी है. टीम ने लोगों से अपील की है कि वह बाजार से कोई भी सामान खरीदते वक्त सावधानी बरतें.