नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी जिले के भजनपुरा इलाके में स्थित अंबिका पैलेस में सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्था केशव फाउंडेशन ने सैल्यूट इंडियन आर्मी के नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन किया.
कार्यक्रम में शहीद भगत सिंह सेवा दल के फाउंडर जितेंद्र सिंह शंटी, तिहाड़ जेल के जेलर दीपक शर्मा, पोट्रेट्स ऑफ पेट्रियोट के फाउंडर हुतांश वर्मा, रविन्द्र चहल, समाज सेविका रूबी यादव,नीरज गुप्ता समेत बहुत से गणमान्य नागरिक मौजूद रहे.
कार्यक्रम में मौजूद जितेंद्र सिंह शंटी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा कि हर भारतवासी का फर्ज बनता है कि अपने देश के गणतंत्र दिवस को खुशी से मनाए. सच बोलूं इस तिरंगे को पाने के लिए, लगाने के लिए 1857 से 1947 तक जो कुर्बानियां हुई हैं, उनको नतमस्तक होते हुए आज के दिन को हम मनाते हैं तो एक शान बढ़ जाती है.
शहीदों की कुर्बानी को नहीं भूल सकते
जब हम लाल किले और इंडिया गेट को देखते हैं तो हमारा सिर फख्र से उठ जाता है. यह वही इंडिया गेट है, जो अंग्रेजों ने बनाया था. आज यह भारत का गेट बन चुका है और भारत का बच्चा बच्चा उसको सैल्यूट करता है. तिरंगे को सैल्यूट करता है और आज के दिन हम उन शहीदों की कुर्बानी को नहीं भूल सकते हैं, जिन्होंने फांसी के फंदे को चूमकर कहा था कि दम निकले बस इतना अरमान है, एक बार इस राह में मरना सौ जन्मों के समान है.
देश के सैनिक ही होते हैं रियल हीरो
केशव फाउंडेशन के केशव वर्मा ने कहा कि यह हमारी 50वीं इवेंट थी. इस कार्यक्रम को हमने देश की सेना को समर्पित किया है. सेना से बढ़कर कोई नहीं होता. यह देशवासियों और देश की रक्षा करते हुए अपनी जान तक दे देते हैं. असल में रियल हीरो तो देश के सैनिक ही होते हैं. फाउंडेशन ने एक छोटी सी कोशिश की है देश की सेना को सैल्यूट करने की.
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इस दौरान फाउंडेशन की तरफ से विभिन्न क्षेत्र से जुड़ी हस्तियों को उनकी सेवाओं के लिए प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया है. कार्यक्रम के दौरान कलाकारों में देश भक्ति से सराबोर बहुत से कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए, उन कलाकारों को कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया.