नई दिल्लीः पूर्वी दिल्ली में फरवरी में हुए सांप्रदायिक दंगों में टायर मार्केट को आग लगा दी गई थी. पीड़ितों को सरकार की ओर से आज तक पूरी आर्थिक मदद नहीं मिली है. वहीं देश की सबसे बड़ी मुस्लिम संस्था जमीयत उलेमा हिंद ने गोकलपुरी की टायर मार्केट की दुकानों को फिर से तामीर करके दुकानदारों को सौंप दिया है.
इस दौरान स्थानीय डीएम ने भी मार्केट का दौरा किया. इस मौके पर ईटीवी भारत से बात करते हुए जमीयत उलेमा हिंद के सचिव मौलाना हकीम उद्दीन कासमी ने कहा कि फरवरी दंगों में इस मार्केट को आग लगा दी गई थी. जमीयत ने यहां 97 दुकानों को फिर से तामीर करके दुकानदारों की मदद की है और उन्हें दुकानें हैंड ओवर कर दी गई है.
उन्होंने कहा कि यहां 224 दुकानें हैं, जिनमें से जमीयत ने 97 दुकानों को बना कर पीड़ितों की मदद करने का काम किया है. आज मार्केट को फिर से शुरू कर दिया गया है. सारे दुकानदार अपनी दुकानों पर लौट चुके हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार से हम लगातार मांग कर रहे है कि दंगा पीड़ितों को 1984 के सिख पीड़ितों के बराबर आर्थिक सहायता दी जाए.
जमीयत के कानूनी सलाहकार मौलाना नियाज अहमद फारूकी ने कहा कि आज जमीयत की कोशिश से यहां की टायर मार्केट की दुकानों को फिर से शुरू किया गया. जमीयत उलेमा हिंद पीड़ितों के पुनर्वास के लिए लगातार काम कर रही है. शिव विहार और अन्य हिंसा क्षेत्रों में भी जमीयत की ओर से पीड़ितों की आर्थिक मदद की जा रही है.