नई दिल्ली: सीलमपुर में ब्रह्मपुरी गली नंबर 10 के उस मकान को आज फिर से EDMC ने सील कर दिया जिसे एमएलए हाजी इशराक ने डीसील किया था. एमएलए इशराक ने इस मकान पर लगी सील को तोड़ दिया था. आज EDMC की टीम ने इस मकान को न सिर्फ सील किया बल्कि इसे तीन फ्लोर भी तोड़ डाले.
ईडीएमसी की इस कार्रवाई के बाद पीड़ित परिवार अपने मासूम बच्चों के साथ सड़क पर आ गया है. उधर ईडीएमसी की सील तोड़े जाने पर ईडीएमसी चेयरमैन ने एमएलए हाजी इशराक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को कहा है.
बताते चले कि सोमवार को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें सीलमपुर के विधायक हाजी इशराक खान ब्रहमपुरी की गली नंबर दस में एक मकान की सील तोड़ते दिखाई दे रहे थे, इतना ही नहीं एमएलए हाजी इशराक खान से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर से कहा भी था कि उस परिवार के साथ नाइंसाफी हो रही थी, और किसी मजलूम के साथ अन्याय हो ये किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे.
मंगलवार को ईडीएमसी का दस्ता फिर से ब्रहमपुरी की दस नंबर गली में मौजूद इस मकान पर पहुंचा और बिना किसी पूर्व सूचना और चेतावनी के घर मे घुसकर मकान के तीनों फलोर के लैंटर तोड़ दिए और पूरे मकान को नए सिरे से सील कर दिया .ईडीएमसी की अचानक से हुई इस कार्रवाई से हैरान और परेशान पीड़ित परिवार फिलहाल अपने बच्चों के साथ सड़क पर आ गया है और घर के आगे बैठकर इंसाफ मिलने का इंतजार कर रहा है.
जानकारी के मुताबिक समय सिंह त्यागी अपने परिवार के साथ ब्रहमपुरी मौनी बाबा मंदिर के पास गली नंबर दस के एफ 17 नंबर मकान में रहते हैं, परिवार में पत्नी संगीता त्यागी और तीन बच्चे हैं, बड़ी बेटी 12वीं कक्षा में पढ़ती है.
बताया जाता है कि दोपहर के समय जब बच्चे स्कूल गए हुए थे और समय सिंह भी अपने किसी काम से गए हुए थे तभी वहां पहुंचे ईडीएमसी के दस्ते ने अचानक से घर मे घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दी, आरोप है कि घर मे मौजूद मालकिन संगीता को कुछ भी बताए बिना ईडीएमसी के दस्ते ने उनके घर के तीनों फ्लोर का लैंटर तोड़ दिया और पूरे घर को सील कर दिया. ईडीएमसी की अचानक हुई इस कार्रवाई के बाद परिवार एक बार फिर से सड़क पर आ गया है.
एमएलए गए थे भलाई करने, हो गई मुसीबत !
सीलमपुर एमएलए हाजी इशराक खान ने इस मकान पर लगी सील को तोड़ दिया था और पीड़ित परिवार को घर में भेज दिया था. एमएलए द्वारा सील तोड़े जाने का वीडियो वायरल हो गया और हरकत में आई ईडीएमसी ने इस मकान पर फिर से कार्रवाई कर डाली.
अब पीड़ित परिवार सड़क पर आ गया है. परिवार में तीन बच्चे और पति-पत्नी कहां जाएं उन्हें कुछ भी समझ नहीं आ रहा.