नई दिल्ली: सीलमपुर के जाफराबाद इलाके में चल रहे धरने में महिलाओं के साथ आने वाले बच्चों के लिए जेएनयू और जामिया के स्टूडेंट्स ने मिलकर एक खास किस्म का क्रेच बनाया है. दरअसल इए क्रेच का मकसद धरने पर आने वाले छोटे बच्चों को नारेबाजी और दूसरी तरह की चीख-चिल्लाहट से दूर रखकर उनका ध्यान पढ़ाई-लिखाई और पेंटिंग में लगाए रखना है. सीलमपुर इलाके में स्टूडेंट्स की इस पहल की हर कोई सराहना कर रहा है.
धरने में किताबें पढ़ते और पेंटिंग बनाते हैं बच्चे
इस क्रेच सेंटर की खास बात ये है कि यहां छोटे और बड़े बच्चों के लिए अलग-अलग तरह की किताबें, पेंटिंग और दूसरी तरह की एक्टिविटीज का आयोजन किया गया हैं.
नारेबाजी से दूर रखना है क्रेच का मकसद
जाफराबाद क्रेच सेंटर में बच्चों की देखभाल करने के लिए मौजूद वालंटियर ने बताया कि सेंटर का मकसद यही है कि मां के साथ धरने पर आने वाले बच्चों को किसी भी तरह से यहां होने वाली नारेबाजी से दूर रखा जा सके.
सेंटर का नजारा स्कूल क्लास जैसा
सेंटर का नजारा पूरी तरह से किसी स्कूल क्लॉस जैसा ही है. सेंटर में जगह-जगह बच्चों के ग्रुप बने हैं, जिसे वहां के वालंटियर पूरी तरह स्कूल के पैटर्न पर ही चलाते हैं. ये बच्चे अपनी रुचि के मुताबिक सेंटर में अपना समय बिताते है.