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कारोबारी की बिल्डिंग से गिरकर हुई मौत, परिजनों ने जताया हत्या का शक

दिल्ली के दयालपुर इलाके में एक कारोबारी की संदिग्ध हालत में मौत की घटना सामने आई है. परिजनों ने कारोबारी की हत्या का शक लगाया है. उन्होंने पुलिस से मामले की जांच करने की मांग की है.

कारोबारी की संदिग्ध हालत में हुई मौत
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Published : Oct 18, 2019, 12:10 PM IST

नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में एक बिल्डिंग की चौथी मंजिल से गिरकर कारोबारी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक मृतक कारोबारी आशीष राठौर बैलेंस अपने परिवार के साथ उस्मानपुर में रहते थे. उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं. आशीष कुछ मशीन खरीदने के लिए करीब ढाई लाख रुपये लेकर घर से निकले थे उनके साथ इलाके के तीन अन्य लोग भी थे.

कारोबारी की संदिग्ध हालत में हुई मौत

परिजनों को खबर मिली की दयालपुर इलाके में लगने वाले शेरपुर चौक पर मौजूद प्रधान टॉवर से गिरकर आशीष के साथ कोई हादसा हो गया है. परिजन जब मौके पर पहुंचे तो उन्हें पता लगा कि आशीष की मौत हो चुकी है.

टॉवर की छत पर चल रही थी दारू पार्टी
बताया जाता है कि शेरपुर चौक की प्रधान टावर में ना केवल बड़े स्तर पर जुआ खेला जा रहा था बल्कि उसकी छत पर बाकायदा दारू पार्टी भी चल रही थी. जिस समय हादसा हुआ उस समय भी छत पर काफी लोग बैठे हुए शराब का सेवन कर रहे थे. और उसके निचले फ्लोर पर जुआ खेला जा रहा था. जहां करीब 35 से 40 लोग मौजूद थे.

पुलिस की छापेमारी और आशीष की मौत के बावजूद छत पर मौजूद सामान जस का तस पड़ा हुआ था. पुलिस ने न ही उस बिल्डिंग से किसी तरह की कोई चीज जब्त की और न ही वहां से शराब की बोतलें ही उठाई गई.

साजिशन हत्या का शक
आशीष के परिजनों का कहना था कि आशीष इस समय छत पर मौजूद थे तो उनका किसी से वहां झगड़ा भी हुआ था. ऐसे में यह भी संभावना है कि हो सकता है उसी झगड़े के दौरान किसी ने आशीष को ऊपर से चौथी मंजिल से गली की तरफ धक्का दे दिया हो. परिजनों ने यह भी आशंका जताई कि हो सकता है कि आशीष की साजिशन हत्या करके उसे हादसे का रूप देने की कोशिश की जा रहे हो. इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर भी परिजनों ने संदेह जताया है.

'अवैध धंधा संभव नहीं'
परिजनों ने आशंका जताई है कि इतना बड़ा गलत काम का खुलेआम धंधा चल रहा था और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं हुई. उन्होंने यह भी संभावना जताई कि हो सकता है कि पुलिस की मिलीभगत से ही प्रधान टावर में अवैध जुए और सट्टे का यह कारोबार चल रहा हो. साथ ही परिजनों ने यह भी कहा कि हो सकता है कि यहां से पुलिस मोटी उगाही करती है और इसी चक्कर में आशीष की मौत के मामले पर लीपापोती की जा रही हो.

फिलहाल उन्होंने पुलिस की कार्यवाही पर भी संदेह जताते हुए इस पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है.

नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में एक बिल्डिंग की चौथी मंजिल से गिरकर कारोबारी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक मृतक कारोबारी आशीष राठौर बैलेंस अपने परिवार के साथ उस्मानपुर में रहते थे. उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं. आशीष कुछ मशीन खरीदने के लिए करीब ढाई लाख रुपये लेकर घर से निकले थे उनके साथ इलाके के तीन अन्य लोग भी थे.

कारोबारी की संदिग्ध हालत में हुई मौत

परिजनों को खबर मिली की दयालपुर इलाके में लगने वाले शेरपुर चौक पर मौजूद प्रधान टॉवर से गिरकर आशीष के साथ कोई हादसा हो गया है. परिजन जब मौके पर पहुंचे तो उन्हें पता लगा कि आशीष की मौत हो चुकी है.

टॉवर की छत पर चल रही थी दारू पार्टी
बताया जाता है कि शेरपुर चौक की प्रधान टावर में ना केवल बड़े स्तर पर जुआ खेला जा रहा था बल्कि उसकी छत पर बाकायदा दारू पार्टी भी चल रही थी. जिस समय हादसा हुआ उस समय भी छत पर काफी लोग बैठे हुए शराब का सेवन कर रहे थे. और उसके निचले फ्लोर पर जुआ खेला जा रहा था. जहां करीब 35 से 40 लोग मौजूद थे.

पुलिस की छापेमारी और आशीष की मौत के बावजूद छत पर मौजूद सामान जस का तस पड़ा हुआ था. पुलिस ने न ही उस बिल्डिंग से किसी तरह की कोई चीज जब्त की और न ही वहां से शराब की बोतलें ही उठाई गई.

साजिशन हत्या का शक
आशीष के परिजनों का कहना था कि आशीष इस समय छत पर मौजूद थे तो उनका किसी से वहां झगड़ा भी हुआ था. ऐसे में यह भी संभावना है कि हो सकता है उसी झगड़े के दौरान किसी ने आशीष को ऊपर से चौथी मंजिल से गली की तरफ धक्का दे दिया हो. परिजनों ने यह भी आशंका जताई कि हो सकता है कि आशीष की साजिशन हत्या करके उसे हादसे का रूप देने की कोशिश की जा रहे हो. इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर भी परिजनों ने संदेह जताया है.

'अवैध धंधा संभव नहीं'
परिजनों ने आशंका जताई है कि इतना बड़ा गलत काम का खुलेआम धंधा चल रहा था और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं हुई. उन्होंने यह भी संभावना जताई कि हो सकता है कि पुलिस की मिलीभगत से ही प्रधान टावर में अवैध जुए और सट्टे का यह कारोबार चल रहा हो. साथ ही परिजनों ने यह भी कहा कि हो सकता है कि यहां से पुलिस मोटी उगाही करती है और इसी चक्कर में आशीष की मौत के मामले पर लीपापोती की जा रही हो.

फिलहाल उन्होंने पुलिस की कार्यवाही पर भी संदेह जताते हुए इस पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है.

Intro:उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में एक बिल्डिंग की चौथी मंजिल से गिरकर कारोबारी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई, पुलिस का कहना है कि इस बिल्डिंग में जुआ खेला जा रहा था जब वहां छापेमारी हुई तो कुछ लोगों ने इधर-उधर भागने की कोशिश की,और उन्हें यह बेहोशी की हालत में मिला था, उधर मृतक के परिजनों का आरोप है पुलिस की लापरवाही के चलते आशीष की मौत हुई साथ ही उन्हें इस पूरी घटना के पीछे किसी साजिश की आशंका जाहिर करते हुए पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है.


Body:जानकारी के मुताबिक मृतक कारोबारी आशीष राठौर बैलेंस अपने परिवार के साथ उस्मानपुर तीसरा पुस्ता इलाके में लगने वाले जगजीत नगर की गली नंबर 15 में रहते थे उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं बताया जाता है कि आशीष कुछ मशीन आदि खरीदने के लिए करीब ढाई लाख रुपए लेकर घर से निकले थे उनके साथ इलाके के तीन अन्य लोग भी थे परिजनों को खबर मिली की दयालपुर इलाके में लगने वाले शेरपुर चौक पर मौजूद प्रधान टॉवर से गिरकर आशीष के साथ कोई हादसा हो गया है.परिजन जब मौके पर पहुंचे तो उन्हें पता लगा कि आशीष की मौत हो चुकी है.
बताया जाता है कि जिस प्रधान टॉवर पर यह घटना हुई वहां पर बड़े स्तर पर जुए और सट्टे का काम चल रहा था और वहां तीस से चालीस लोग मौजूद थे, और शराब का दौर भी चल रहा था.तभी मौके पर आशीष के साथ गए एक युवक ने बताया कि उनके वहां पहुंचने के आधा घंटे बाद ही वहां पुलिस के आने की खबर से अफरा तफरी मच गई और वहां मौजूद लोग इधर उधर भागने लगे ,इस युवक ने बताया कि जब उसने देखा तो आशीष की वहां पर किसी से3 बहस हो रही थी, कुछ देर में हंगामा थमने के बाद जब वह वहां पहुंचा तो उसने आशीष को बेहोशी की हालत में देखा, लेकिन वहां मौजूद पुलिस वालों ने डेढ़ घंटे तक भी उसे हाथ नहीं लगाया, जिसकी वजह से उसकी वहीं मौत हो गई.पुलिस ने आशीष के शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया और कड़ी सुरक्षा के साथ शव का दाह संस्कार करा दिया.आशीष के परिवार में उनकी पत्नी सीमा,दो बेटियां भूमि, गुनगुन और बेटा ओम है. आशीष की पहले गत्ते के डब्बे बनाने की फैक्ट्री थी, सीलिंग के चलते काम ननद हुआ तो वह आजकल अपने बसे भाई के बेटे के साथ काम कर रहे थे.

प्रधान टॉवर की छत पर चल रही थी दारू पार्टी
बताया जाता है कि शेरपुर चौक की प्रधान टावर में ना केवल बड़े स्तर पर जुआ खेला जा रहा था बल्कि उसकी छत पर बाकायदा दारू पार्टी भी चल रही थी जिस समय हादसा हुआ उस समय भी छत पर काफी लोग बैठे हुए शराब आदि का सेवन कर रहे थे और उसके निचले फ्लोर पर जुआ खेला जा रहा था जहां करीब 35 से 40 लोग मौजूद थे पुलिस की छापेमारी और आशीष की मौत के बावजूद छत पर मौजूद समान जस का तस पड़ा हुआ था.पुलिस ने न ही उस बिल्डिंग से किसी तरह की कोई चीज जब्त की और न ही वहां से शराब की बोतलें ही उठाई गई .

हादसा मानने को तैयार नहीं परिजन,साजिशन हत्या का शक
आशीष के परिजनों का कहना था कि आशीष इस समय छत पर मौजूद थे तो उनका किसी से वहां झगड़ा भी हुआ था ऐसे में यह भी संभावना है कि हो सकता है उसी झगड़े के दौरान किसी ने आशीष को ऊपर से चौथी मंजिल से गली की तरफ धक्का दे दिया हो,परिजनों ने यह भी आशंका जताई कि हो सकता है कि आशीष की साजिशन हत्या करके उसे हादसे का रूप देने की कोशिश की जा रहे हो. इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर भी परिजनों ने संदेह जताया है.

पुलिस की मिलीभगत के बगैर अवैध धंधा संभव नहीं
परिजनों ने आशंका जताई है कि इतना बड़ा गलत काम का खुलेआम धंधा चल रहा था और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं हुई उन्होंने यह भी संभावना जताई कि हो सकता है कि पुलिस की मिलीभगत से ही प्रधान टावर में अवैध जुए और सट्टे का यह कारोबार चल रहा हो, साथ ही परिजनों ने यह भी कहा कि हो सकता है कि यहां से पुलिस मोटी उगाही करती है और इसी चक्कर में आशीष की मौत के मामले पर लीपापोती की जा रही हो. फिलहाल उन्होंने पुलिस की कार्यवाही पर भी संदेह जताते हुए इस पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है.




Conclusion:जिस ढंग से आशीष की शेरपुर इलाके में चल रहे एक जुआ घर में संदिग्ध मौत हुई है उससे परिवार के लोग गहरे सदमे में है साथ ही उन्होंने इस तरह की आशंका भी जताई है कि इस घटना के पीछे कोई साजिश भी हो सकती है क्योंकि आशीष के पास करीब ढाई लाख रुपए थे लेकिन पुलिस का कहना है कि उन्हें आशीष के पास से सिर्फ ₹25000 बरामद हुए हैं, हैरत की बात तो यह है कि प्रधान टावर में बड़े स्तर पर गलत काम चल रहा था उसके बावजूद पुलिस ने छापेमारी के बाद भिनुस बिल्डिंग को सील नहीं किया.परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का भी आरोप लगाया है उनका कहना था कि यदि समय से आशीष को अस्पताल ले जाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी,फिलहाल आशीष के परिजन मामले की जांच के साथ न्याय की आस लगाए हुए हैं.


बाईट 1
विनोद राठौर
आशीष के जीजा

बाईट 2
दुर्गा प्रसाद
घटना का चश्मदीद

बाईट 3
सुरेश कुमार राठौर
आशीष के बड़े भाई
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