नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में एक बिल्डिंग की चौथी मंजिल से गिरकर कारोबारी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक मृतक कारोबारी आशीष राठौर बैलेंस अपने परिवार के साथ उस्मानपुर में रहते थे. उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं. आशीष कुछ मशीन खरीदने के लिए करीब ढाई लाख रुपये लेकर घर से निकले थे उनके साथ इलाके के तीन अन्य लोग भी थे.
परिजनों को खबर मिली की दयालपुर इलाके में लगने वाले शेरपुर चौक पर मौजूद प्रधान टॉवर से गिरकर आशीष के साथ कोई हादसा हो गया है. परिजन जब मौके पर पहुंचे तो उन्हें पता लगा कि आशीष की मौत हो चुकी है.
टॉवर की छत पर चल रही थी दारू पार्टी
बताया जाता है कि शेरपुर चौक की प्रधान टावर में ना केवल बड़े स्तर पर जुआ खेला जा रहा था बल्कि उसकी छत पर बाकायदा दारू पार्टी भी चल रही थी. जिस समय हादसा हुआ उस समय भी छत पर काफी लोग बैठे हुए शराब का सेवन कर रहे थे. और उसके निचले फ्लोर पर जुआ खेला जा रहा था. जहां करीब 35 से 40 लोग मौजूद थे.
पुलिस की छापेमारी और आशीष की मौत के बावजूद छत पर मौजूद सामान जस का तस पड़ा हुआ था. पुलिस ने न ही उस बिल्डिंग से किसी तरह की कोई चीज जब्त की और न ही वहां से शराब की बोतलें ही उठाई गई.
साजिशन हत्या का शक
आशीष के परिजनों का कहना था कि आशीष इस समय छत पर मौजूद थे तो उनका किसी से वहां झगड़ा भी हुआ था. ऐसे में यह भी संभावना है कि हो सकता है उसी झगड़े के दौरान किसी ने आशीष को ऊपर से चौथी मंजिल से गली की तरफ धक्का दे दिया हो. परिजनों ने यह भी आशंका जताई कि हो सकता है कि आशीष की साजिशन हत्या करके उसे हादसे का रूप देने की कोशिश की जा रहे हो. इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर भी परिजनों ने संदेह जताया है.
'अवैध धंधा संभव नहीं'
परिजनों ने आशंका जताई है कि इतना बड़ा गलत काम का खुलेआम धंधा चल रहा था और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं हुई. उन्होंने यह भी संभावना जताई कि हो सकता है कि पुलिस की मिलीभगत से ही प्रधान टावर में अवैध जुए और सट्टे का यह कारोबार चल रहा हो. साथ ही परिजनों ने यह भी कहा कि हो सकता है कि यहां से पुलिस मोटी उगाही करती है और इसी चक्कर में आशीष की मौत के मामले पर लीपापोती की जा रही हो.
फिलहाल उन्होंने पुलिस की कार्यवाही पर भी संदेह जताते हुए इस पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है.