गाजियाबाद के मसूरी इलाके में बीते जून महीने में ईद के दिन साकिब गायब हो गया था, परिवार वालों ने आरोप लगाया कि उसके पांच दोस्त उसे घर से बुलाकर ले गए थे और 18 जून को मसूरी इलाके की नहर में साकिब का शव मिला. साकिब का पोस्टमार्टम कराकर शव को दफन कर दिया गया और पांच लोगों पर मुकदमा भी दर्ज किया गया लेकिन आरोप है कि पांचों युवकों को पुलिस बचाने की कोशिश कर रही है. लिहाजा प्रशासन से गुहार लगाई गई और प्रशासन ने मंजूरी दे दी थी कि लाश को कब्र से दोबारा बाहर निकाला जाए.
कब्र से बाहर निकाला गया शव
मंगलवार को इसी मंजूरी के बाद साकिब का शव कब्र से बाहर निकाला गया, लेकिन शव काफी ज्यादा अस्त-व्यस्त हो चुका था. कंकाल में तब्दील हो चुके शव के टुकड़े हो चुके थे. किसी तरह से हड्डियों को बाहर निकाला गया और अब दोबारा से पोस्टमार्टम कराया जाएगा, क्या वाकई साकिब का कत्ल हुआ था? या फिर उसकी मौत हादसे में हुई.
इंसाफ की आस में परिवार
इस दौरान परिवार के लोग और पुलिस की टीम भी मौजूद रही. परिवार को उम्मीद है कि इस केस में इंसाफ जरूर मिलेगा और इसी आस में लाश को दोबारा बाहर निकाला गया है. मतलब साफ है कि अब टुकड़ों में बंटा एक कंकाल अपनी मौत की गवाही देगा, सबकुछ विसरा की लैब रिपोर्ट पर निर्भर करेगा. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि कब्र में से लाश निकालकर दोबारा पोस्टमार्टम कराया जा रहा हो लेकिन इस बार जब लाश जब बाहर आई है तो वह कंकाल के टुकड़ों में है. यह सबसे बड़ी चुनौती पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर और लैब के कर्मचारियों के लिए होगी.