ETV Bharat / state

ब्लैकमेलिंग से तंग आकर चावल कारोबारी ने की आत्महत्या, साझेदारों पर आरोप - चावल कारोबारी

व्यवसायिक साझेदार पिता-पुत्र पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए एक चावल कारोबारी ने आत्महत्या कर ली. मामला दिल्ली के पीतमपुरा का है.

rice businessman commits suicide in pitampura delhi
चावल कारोबारी आत्महत्या
author img

By

Published : Jun 29, 2020, 1:59 AM IST

नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के पीतमपुरा निवासी एक चावल कारोबारी ने ब्लैकमेलिंग और धमकी से तंग आकर गुरुवार को सल्फास खाकर खुदकुशी कर ली. मरने से पहले कारोबारी भूपिंदर गुप्ता ने चार पेज के सुसाइड नोट में व्यवसायिक साझेदार पिता-पुत्र और उनके सहयोगियों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है.

जानकारी के अनुसार मृतक के भतीजे राहुल ने इस बाबत शिकायत दी थी. जिसपर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. एफआईआर के अनुसार भूपिंदर गुप्ता करीब दस साल से देवेंदर गोयल और उनके बेटे रजत गोयल के व्यवसायिक साझेदार हैं और इनका कारोबार नया बाजार में चल रहा है.

बताया जा रहा है कि दोनों पिता-पुत्र ने दबाव डालकर फर्म के लिए भूपिंदर के घर के कागजातों के आधार पर निजी बैंक से लोन लिया था. जब उन्होंने अपने घर के कागज वापस मांगे, तो पिता पुत्र ने धमकी देनी शुरू कर दी और उल्टे मकान उनके नाम पर करने के लिए कहने लगे.

सुसाइड नोट में अंगदान करने की भी लिखी बात

व्यवसायी ने अपने सुसाइड नोट में अपनी व्यथा लिखने के साथ ही, अंत में अंग दान करने की गुजारिश की थी. नोट में उन्होंने आरोप लगाया था कि पिता-पुत्र उनपर गबन करने का आरोप लगाकर प्रताड़ित करते रहते हैं. इसी बात से परेशान होकर उन्होंने सल्फास की गोलियां खाकर अपनी जान ले ली.

नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के पीतमपुरा निवासी एक चावल कारोबारी ने ब्लैकमेलिंग और धमकी से तंग आकर गुरुवार को सल्फास खाकर खुदकुशी कर ली. मरने से पहले कारोबारी भूपिंदर गुप्ता ने चार पेज के सुसाइड नोट में व्यवसायिक साझेदार पिता-पुत्र और उनके सहयोगियों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है.

जानकारी के अनुसार मृतक के भतीजे राहुल ने इस बाबत शिकायत दी थी. जिसपर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. एफआईआर के अनुसार भूपिंदर गुप्ता करीब दस साल से देवेंदर गोयल और उनके बेटे रजत गोयल के व्यवसायिक साझेदार हैं और इनका कारोबार नया बाजार में चल रहा है.

बताया जा रहा है कि दोनों पिता-पुत्र ने दबाव डालकर फर्म के लिए भूपिंदर के घर के कागजातों के आधार पर निजी बैंक से लोन लिया था. जब उन्होंने अपने घर के कागज वापस मांगे, तो पिता पुत्र ने धमकी देनी शुरू कर दी और उल्टे मकान उनके नाम पर करने के लिए कहने लगे.

सुसाइड नोट में अंगदान करने की भी लिखी बात

व्यवसायी ने अपने सुसाइड नोट में अपनी व्यथा लिखने के साथ ही, अंत में अंग दान करने की गुजारिश की थी. नोट में उन्होंने आरोप लगाया था कि पिता-पुत्र उनपर गबन करने का आरोप लगाकर प्रताड़ित करते रहते हैं. इसी बात से परेशान होकर उन्होंने सल्फास की गोलियां खाकर अपनी जान ले ली.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.