नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा 2000 रुपये के नोट लीगल टेंडर से हटाने के बाद लोगों को बड़ी समस्याएं हो रही है. नोट बदलने के दौरान बैंक स्टाफ लोगों से कई तरह के दस्तावेज मांग रहे हैं. लोगों का कहना कि आरबीआई की गाइडलाइन के अनुसार बिना आईडी प्रूफ के किसी भी बैंक में नोट बदले जा सकते हैं. इसके बावजूद बैंक में ग्राहकों से आईडी मांग कर उन्हें परेशान किया जा रहा है. इसी मुद्दे को लेकर गुरुवार को नॉर्थ एक्स पीतमपुरा की ट्रेडर्स एसोसिएशन ने बैंक के बाहर प्रदर्शन किया.
आरबीआई के नियमों के मुताबिक 2000 रुपये के 10 नोट किसी भी बैंक में बिना किसी आईडी प्रूफ दिखाएं बदले जा सकते हैं, लेकिन कोहाट एनक्लेव के बैंकों में ऐसा नहीं हो रहा है. लोगों का कहना है कि वहां ग्राहकों से आईडी प्रूफ मांगे जा रहे हैं, जिसके नाम पर लोगों को परेशान किया जा रहा है. बिना आईडी प्रूफ के लोगों के नोट नहीं बदले जा रहे हैं. इसी को लेकर कोहाट एनक्लेव बैंक के बाहर नॉर्थ एक्स पीतमपुरा ट्रेडर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया. उन्होंने सरकार से मांग की के सभी बैंकों में आरबीआई के नियमों को सख्ती से लागू कराया जाए. जिससे 2000 रुपये के नोट आसानी से बदलवाया जा सके.
लोगों का कहना है कि जब नोट बदलवाने के लिए बैंक जाते हैं तो उन्हें एक फॉर्म पकड़ा दिया जाता है, जिसमें उनकी डिटेल और आईडी प्रूफ मांगा गया है. जो फॉर्म बैंक द्वारा ग्राहकों को दिया जाता है वह किसी गरीब और कम पढ़े लिखे व्यक्ति के लिए भरना बेहद मुश्किल है. इस पर लोग बैंक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.
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