नई दिल्ली: नरेला जोन के चेयरमैन ने सूलपुर गांव के श्मशान घाट की जर्जर हालत को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 10 दिन में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह स्थानीय जनता के साथ दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.
रानीखेड़ा के पार्षद ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
नॉर्थ एमसीडी वार्ड नंबर 36 रानीखेड़ा के गांव रसूलपुर में श्मशान घाट इन दिनों जर्जर हालत से जूझ रहा है. दरअसल इस श्मशान घाट में टिन शेड की चादर टूटकर लटकी हुई है. जिसकी वजह से लोगों के बीच में डर का माहौल है. यह शमशान घाट दिल्ली सरकार के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अंतर्गत आता है.
स्थानीय लोग विभाग को कई बार पत्र लिखकर इस गंभीर समस्या से अवगत करा चुके हैं. लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण रसूलपुर के श्मशान घाट में कोई भी हादसा हो सकता है. यदि कोई हादसा होता है तो इसकी जिम्मेदारी दिल्ली सरकार होगी.
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10 दिन में कार्रवाई की मांग
इसी बीच रानीखेड़ा के स्थानीय पार्षद और नरेला जोन के चेयरमैन जयेंद्र डबास दिल्ली के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर रसूलपुर गांव के श्मशान घाट की जानकारी देते हुए तुरंत प्रभाव से श्मशान घाट का संज्ञान लेते हुए इसे ठीक करवाने की मांग की है. पत्र के अंदर जयेंद्र डबास ने स्पष्ट तौर कहा है कि यदि अगले 10 दिन के अंदर इस मामले पर कोई कार्रवाई दिल्ली सरकार द्वारा नहीं होती है तो इसके खिलाफ स्थानीय लोग प्रदर्शन करेंगे.