नई दिल्लीः देश की राजधानी दिल्ली में पानी का सबसे बड़ा स्त्रोत यमुना नदी है, जो इस समय उफान पर बह रही है. दरअसल मानसून की भारी बरसात और हरियाणा सरकार के द्वारा कई हजार लीटर क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी खतरे के निशान के काफी पास रह रही है. जिसको देखते हुए हाल ही में मेयर जयप्रकाश ने यमुना बाजार के सभी घाटों का दौरा भी किया था.
इसी बीच आज मेयर ने खुद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली सरकार तुरंत प्रभाव से बाढ़ नियंत्रण विभाग को यमुना बाजार के घाटों पर पर्याप्त मात्रा में बोट और गोताखोरों की नियुक्ति करने के आदेश जारी करें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोक जा सके.
'सोती हुई सरकार को जगाने के लिए लिखा पत्र'
मेयर जयप्रकाश ने दिल्ली सरकार के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली सरकार सोती हुई सरकार है. सब कुछ हो जाने के बाद दिल्ली सरकार नींद से जगती है. यमुना नदी उफान पर है ऐसे में अप्रिय घटना होने की आशंका है. जिसको देखते हुए उन्होंने दिल्ली सरकार को जगाने के लिए पत्र लिखा है.