नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया पदभार संभालते ही पूरे एक्शन मोड में आ चुके हैं. वो अपनी पहचान छिपाकर अस्पतालों का दौरा करते रहते हैं. इस बार उन्होंने अपनी पहचान छिपाकर एम्स का दौरा किया. जहां उन्होंने मरीज बनकर वहां की व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं का जायजा लिया, इससे पहले वह सफदरजंग अस्पताल में भी पहुंचे थे. जहां उन्हें गार्ड ने डंडे से मारा था. वहीं एम्स में उन्हें किसी ने पहचाना ही नहीं.
दिलचस्प यह है कि उन्होंने इस अनुभव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साझा किया. जिस पर प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्या उन्होंने उस गार्ड के खिलाफ कोई एक्शन लिया, जिसने उन्हें अस्पताल में बैठने पर डंडे से मारा था तो इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने विनम्रता पूर्वक कहा कि वह किसी को सजा देने के पक्ष में नहीं है, बल्कि अस्पतालों की पूरी व्यवस्था को सुधारना चाहते हैं.
दिल्ली के CGHS में मरीज बनकर पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, जानें आगे क्या हुआ...
अस्पताल में औचक निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री को कई तरह की अनियमितताएं देखने को मिली थीं. वहां एक 75 वर्षीय बुजुर्ग को स्ट्रेचर की जरूरत थी, लेकिन वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड ने उनकी कोई मदद नहीं की.