ETV Bharat / state

आजादपुर मंडी: 5 दिन से फल व्यापारियों की हड़ताल, प्रशासन पर भ्रष्टाचार करने का आरोप

आजादपुर सब्जी मंडी के फल व्यापारी पिछले 5 दिनों से हड़ताल पर हैं. सेब व्यापारियों का आरोप है कि मंडी में खुलकर भ्रष्टाचार हो रहा है.

author img

By

Published : Jan 7, 2020, 9:46 AM IST

Fruit traders strike in Azadpur mandi in delhi
फल व्यापारियों की हड़ताल

नई दिल्ली: एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर सब्जी मंडी के फल विभाग के सेब व्यापारियों ने 5 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं. सेब व्यापारियों का कहना है कि मंडी में खुलकर भ्रष्टाचार हो रहा है. शिकायत करने के बाद भी प्रशासन और पुलिस बेखबर है.

आजादपुर मंडी में फल व्यापारियों की हड़ताल

फल मंडी में सब्जी के ट्रक आते ही भीड़ हो जाती है. जो ट्रक कश्मीर से चलकर दिल्ली 2 दिन में आती है उन्हें दिल्ली बॉर्डर से आजादपुर मंडी तक आने में भी 2 दिन का समय लगता है. गार्ड पैसे लेकर सब्जी के ट्रकों को अंदर घुसने देते हैं और सेब का ट्रक बाहर ही खड़े करने के लिए कहते हैं. इस बात से ही मंडी व्यापारी समिति, मजदूर संघ और ड्राइवरों में काफी रोष है.

ट्रक ड्राइवर और मजदूर परेशान
ट्रक ड्राइवर का आरोप है कि 5 दिन से हड़ताल है. कोई सुनवाई नहीं हो रही है. गाड़ियों में फल लदे हुए हैं, फिलहाल सर्दी है लेकिन खराब होने का डर है. ट्रक ड्राइवरों से अकेले में लूट कर अपराधी भाग जाते हैं, विरोध करने पर मारपीट भी करते हैं.

वहीं मजदूर संघ के लोगों का कहना है कि मंडी समिति की ओर से कोई सुविधा नहीं मिल रही. जिसकी वजह से मजदूर और ट्रक ड्राइवर परेशान हैं. अपराध इतना बढ़ चुका है कि पुलिस भी इस पर लगाम लगाने में नाकाम दिखाई दे रही है.

'मंडी में अव्यवस्था का माहौल'
दूसरी ओर व्यापारी मंडी समिति के पदाधिकारी राजेंद्र गंजू का कहना है कि मंडी समिति से कई बार शिकायत की गई लेकिन प्रशासन पुलिस किसी का ध्यान नहीं है. गाजर के ट्रक पैसे देकर मंडी में घुस रहे हैं. आजादपुर मंडी में एशिया की सबसे बड़ी मंडी है. जहां 600 ट्रकों की एंट्री होती है लेकिन अव्यवस्था और भ्रष्टाचार की वजह से यहां पर मात्र डेढ़ सौ ट्रक ही मंडी में आती हैं.

जिससे पूरी मंडी में अव्यवस्था हो जाती है. यदि हड़ताल खत्म नहीं होती तो यह मजदूर लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर धरना देंगे और मंडी समिति से कोई आश्वासन मिलने के बाद हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है.

नई दिल्ली: एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर सब्जी मंडी के फल विभाग के सेब व्यापारियों ने 5 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं. सेब व्यापारियों का कहना है कि मंडी में खुलकर भ्रष्टाचार हो रहा है. शिकायत करने के बाद भी प्रशासन और पुलिस बेखबर है.

आजादपुर मंडी में फल व्यापारियों की हड़ताल

फल मंडी में सब्जी के ट्रक आते ही भीड़ हो जाती है. जो ट्रक कश्मीर से चलकर दिल्ली 2 दिन में आती है उन्हें दिल्ली बॉर्डर से आजादपुर मंडी तक आने में भी 2 दिन का समय लगता है. गार्ड पैसे लेकर सब्जी के ट्रकों को अंदर घुसने देते हैं और सेब का ट्रक बाहर ही खड़े करने के लिए कहते हैं. इस बात से ही मंडी व्यापारी समिति, मजदूर संघ और ड्राइवरों में काफी रोष है.

ट्रक ड्राइवर और मजदूर परेशान
ट्रक ड्राइवर का आरोप है कि 5 दिन से हड़ताल है. कोई सुनवाई नहीं हो रही है. गाड़ियों में फल लदे हुए हैं, फिलहाल सर्दी है लेकिन खराब होने का डर है. ट्रक ड्राइवरों से अकेले में लूट कर अपराधी भाग जाते हैं, विरोध करने पर मारपीट भी करते हैं.

वहीं मजदूर संघ के लोगों का कहना है कि मंडी समिति की ओर से कोई सुविधा नहीं मिल रही. जिसकी वजह से मजदूर और ट्रक ड्राइवर परेशान हैं. अपराध इतना बढ़ चुका है कि पुलिस भी इस पर लगाम लगाने में नाकाम दिखाई दे रही है.

'मंडी में अव्यवस्था का माहौल'
दूसरी ओर व्यापारी मंडी समिति के पदाधिकारी राजेंद्र गंजू का कहना है कि मंडी समिति से कई बार शिकायत की गई लेकिन प्रशासन पुलिस किसी का ध्यान नहीं है. गाजर के ट्रक पैसे देकर मंडी में घुस रहे हैं. आजादपुर मंडी में एशिया की सबसे बड़ी मंडी है. जहां 600 ट्रकों की एंट्री होती है लेकिन अव्यवस्था और भ्रष्टाचार की वजह से यहां पर मात्र डेढ़ सौ ट्रक ही मंडी में आती हैं.

जिससे पूरी मंडी में अव्यवस्था हो जाती है. यदि हड़ताल खत्म नहीं होती तो यह मजदूर लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर धरना देंगे और मंडी समिति से कोई आश्वासन मिलने के बाद हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है.

Intro:northwest delhi,
location-- Ajadpur mandi delhi..
बाईट-- ट्रक ड्राइवर, मजदूर संघ समिति मेंबर, व्यापारी समिति मेंबर ।

स्टोरी-- एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर सब्जी मंडी के फल विभाग के सेब व्यापारियों ने की 5 दिन से हड़ताल, एपीएमसी व पुलिस प्रशासन से दिखाई नाराजगी । मंडी में हो रहा है खुलकर भ्रष्टाचार, शिकायत करने के बाद भी प्रशासन और पुलिस बेखबर । जिसका हड़ताल पर पड़ सकता है बुरा असर ।


Body:ईटीवी भारत से बात करते हुए मंडी व्यापारी समिति के पदाधिकारी का कहना है कि मंडी में एपीएमसी और गार्ड
भ्रष्टाचार कर रहे हैं । फल मंडी में सब्जी के ट्रक आते हैं जिसकी वजह से भीड़ हो जाती है । जो ट्रक कश्मीर से चलकर दिल्ली 2 दिन में आते हैं उन्हें दिल्ली बॉर्डर से आजादपुर मंडी तक आने में भी 2 दिन का समय लगता है । गार्ड पैसे लेकर सब्जी के ट्रकों को अंदर घुसने देते हैं और सेब का ट्रक बाहर ही खड़े रहते हैं । जिसके बाद मंडी व्यापारी समिति, मजदूर संघ और ड्राइवरों में काफी रोष है । सभी मिलकर मंडी प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था को कोस रहे हैं । जिनकी वजह से फल व्यापारी हड़ताल करने पर मजबूर हैं ।

ट्रक ड्राइवर व मजदूर परेशान...
ट्रक ड्राइवर का आरोप है कि 5 दिन से हड़ताल है । कोई सुनवाई नहीं हो रही है । गाड़ियों में फल लदे हुए हैं, फिलहाल सर्दी है लेकिन खराब होने का डर है । ट्रक ड्राइवरों से अकेले में लूट कर अपराधी भाग जाते हैं, विरोध करने पर मारपीट भी करते हैं । वही मजदूर संघ के लोगों का कहना है कि मंडी समिति की ओर से कोई सुविधा नहीं मिल रही है । जिसकी वजह से मजदूर और ट्रक ड्राइवर परेशान रहते हैं । अपराध इतना बढ़ चुका है कि पुलिस भी इस पर लगाम लगाने में नाकाम है लेकिन मंडी में धड़ल्ले से भ्रष्टाचार फैला रहा है ।

प्रशासन की वजह से मंडी में अव्यवस्था का माहौल...
वहीं दूसरी ओर व्यापारी मंडी समिति के पदाधिकारी राजेंद्र गंजू का कहना है कि मंडी समिति से कई बार शिकायत की गई लेकिन प्रशासन पुलिस किसी का ध्यान नहीं है । गाजर के ट्रक पैसे देकर मंडी में घुस रहे हैं । आजाद पर में एशिया की सबसे बड़ी मंडी है 600 ट्रकों की एंट्री होती है लेकिन अव्यवस्था और भ्रष्टाचार की वजह से यहां पर मात्र डेढ़ सौ ही मंडी में आते हैं । जिससे पूरी मंडी में अव्यवस्था हो जाती है । यदि हड़ताल खत्म नहीं होती तो यह मजदूर लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर धरना देंगे और मंडी समिति से कोई आश्वासन मिलने के बाद हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है ।


Conclusion:फिलहाल ट्रक ड्राइवर व मजदूरों और मंडी व्यापारी समिति के लोगों में एपीएमसी और पुलिस प्रशासन के साथ-साथ गार्डों के खिलाफ भी काफी रोष है । जिनकी वजह से मंडी में अव्यवस्था हो रही है । सरकार से मांग है कि सरकार तुरंत अपने कर्मचारियों पर कार्रवाई करें । ताकि मंडी काम काज ठीक प्रकार से चल सके और दोबारा ने हड़ताल करने की जरूरत ना पड़े ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.