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दिल्ली विधानसभा चुनाव: सत्ता जाने के भय से अरविंद केजरीवाल मानसिक संतुलन खो बैठे हैं: सचदेवा - SACHDEVA CRITICISED KEJRIWAL

सचदेवा ने कहा, केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की गरिमा को तार तार किया, जाट समाज को उकसाने की कोशिश की

दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल की आलोचना की
दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल की आलोचना की (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 4 hours ago

नई दिल्ली: भाजपा और आम आदमी पार्टी अब सीधे तौर पर आमने-सामने आ गई है. अरविंद केजरीवाल की ओर से गुरुवार को पूर्वांचल के लोगों के लिए फर्जी वोट वाली बात कहे जाने पर दिल्ली बीजेपी लगातार हमलावर है. बीजेपी पूर्वांचल मोर्चा और नेताओं की ओर से आधारित केजरीवाल के घर के बाहर भी प्रदर्शन किया जाएगा, हालांकि उससे पहले दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज सुबह एक पत्रकार सम्मेलन में कहा है कि अरविंद केजरीवाल को अपनी अंतर आत्मा की आवाज़ सुनाई दे रही है, जो उनसे कह रही है कि सत्ता अब उनसे दूर हो रही है.

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सत्ता जाने के भय से मानसिक संतुलन खो चुके हैं. केजरीवाल के कल शाम पूर्वांचल के लोगों को नकली वोटर कहने से उनके मन का वो काला सच फिर से सामने आया जो पहली बार 2019 में नजर आया था, पर सच यह है कि केजरीवाल को जेल से बेल तो मिल गई. लेकिन उसी दिन से उनकी राजनीतिक शख्सियत खत्म हो गई है. वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि अपनी सत्ता खोने का बदला केजरीवाल जी आप दिल्ली वालों से ले रहे हैं. केजरीवाल जी आप भाजपा को कोस लीजिए, पर प्लीज दिल्ली में तनाव ना फैलायें.

दिल्ली का विकास रोक कर खजाना लूट कर आप बहुत नुकसान कर चुके हैं. अब दिल्ली का सामुदायिक सौहार्द न बिगाड़ें. कुर्सी नाटक से आज सुबह जारी एक घटिया पोस्टर तक आपने गत 4 माह में हर सुबह दिल्ली वालों को भाजपा को कोसा है. केजरीवाल जी अब और नहीं सह पायेगी दिल्ली. केजरीवाल आपका आज का पोस्टर आपके चरित्र को आपकी हताशा को दर्शाता है, भाजपा इसकी निंदा करती है और थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो इसको वापस लो. -वीरेन्द्र सचदेवा दिल्ली भाजपा अध्यक्ष

अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक छटपटाहट:

13 सितंबर को माननीय सुप्रीम कोर्ट की सख्त शर्तों के साथ एक कागज़ी मुख्यमंत्री के रूप में जेल से बाहर आये अरविंद केजरीवाल ने उसी दिन इस्तीफा ना देकर राजनीतिक आत्महत्या की थी. वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि सच कहूं तो 17 सितंबर 2024 वो दिन था जिस दिन से अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक छटपटाहट देखते ही बनती है. जानिए सचदेवा ने और क्या कहा-

1. राजनीतिक पद से आम तौर पर लोग इस्तीफा सीधे सीधे देते हैं, पर केजरीवाल ने दो दिन बाद इस्तीफा दूंगा जैसी अनोखी घोषणा की थी, शायद सोचा था कि मेरी घोषणा से दिल्ली में जन आंदोलन खड़ा हो जायेगा और मेरा पद बच जायेगा.

2. 21 सितंबर को सुश्री आतिशी मार्लेना के मुख्यमंत्री शपथ लेते ही उनको अस्थाई मुख्यमंत्री कहना ना सिर्फ संवैधानिक व्यवस्थाओं का अपमान था, बल्कि 21 सितंबर को आतिशी मार्लेना को अस्थाई मुख्यमंत्री कह कर अरविंद केजरीवाल ने अपनी पुरानी महिला विरोधी सोच को फिर से दर्शाया था.

3. अगले ही दिन 22 सितंबर को मुख्यमंत्री कार्यालय में आतिशी मार्लेना से दो कुर्सी का नाटक करवा कर केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के संवैधानिक पद की गरिमा तार तार की थी.

4. 25 अकटूबर में विकासपुरी से लेकर 30 नवम्बर को ग्रटेर कैलाश पदयात्रा तक अरविंद केजरीवाल ने खुद पर हमले का कार्ड चलाने की अपनी पूरी कोशिश की. पर इस बार 2015 के थप्पड़ जैसी झूठी कहानी जमी नहीं.

5. पूरा दिसंबर 2024 अरविंद केजरीवाल बंग्लादेशी एवं रोहिंग्याओं के वोट कटने से बचाने के, उनके नये वोट बनवाने के दबाव डालते रहे. जहां केजरीवाल पूरा दिसंबर दिल्ली के हर विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक डेमेज कंट्रोल के लिए मुस्लिम रोहिंग्या वोटर जुड़वाने को बेताब दिखे वहीं नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में तो मृत एवं शिफ्टिड वोटर को बनाये रखने के लिए फड़फड़ाते रहे.

6. लोग नव वर्ष 1 जनवरी 2025 को खुशियाँ बांटते हैं पर केजरीवाल-मार्लेना ने उपराज्यपाल मंदिर तुड़वा देंगे जैसी झूठी खबर उड़ा कर दिल्ली का साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश की पर सफल नहीं हुए.

7. चार दिन पहले आपसे राकेश टिकैत मिले थे और कल 9 जनवरी को केजरीवाल आपने दिल्ली के जाट समाज को राजनीतिक रूप से उकसाने की कोशिश की जो शर्मनाक है पर पूर्व सांसद प्रवेश साहिब सिंह एवं पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने जाटों को दिल्ली देहात को धोखे पर आपकी पोल खोल डाली.

8. केजरीवाल जी आपको नई दिल्ली विधानसभा में हार सामने दिख रही है और उसी के चलते आप इतना बौखला गये. इन्होंने कल 9 जनवरी को ही देर शाम आपने चुनाव अधिकारियों की निषपक्षता पर सवाल खड़े कर दिए.

9. अरविंद केजरीवाल जी आप हमेशा से पूर्वांचल विरोधी थे, हैं और रहेंगे और यह काला सच कल 9 जनवरी की शाम को एक बार फिर आपके मुंह से निकला. केजरीवाल जी बताओ आप पूर्वांचल के लोगों से इतनी नफरत क्यों करत हो?

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्ली वाले अब और नही सहेंगे. दिल्ली को "आप" के पाप के राज से 5 फरवरी को मुक्त करेंगे.

नई दिल्ली: भाजपा और आम आदमी पार्टी अब सीधे तौर पर आमने-सामने आ गई है. अरविंद केजरीवाल की ओर से गुरुवार को पूर्वांचल के लोगों के लिए फर्जी वोट वाली बात कहे जाने पर दिल्ली बीजेपी लगातार हमलावर है. बीजेपी पूर्वांचल मोर्चा और नेताओं की ओर से आधारित केजरीवाल के घर के बाहर भी प्रदर्शन किया जाएगा, हालांकि उससे पहले दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज सुबह एक पत्रकार सम्मेलन में कहा है कि अरविंद केजरीवाल को अपनी अंतर आत्मा की आवाज़ सुनाई दे रही है, जो उनसे कह रही है कि सत्ता अब उनसे दूर हो रही है.

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सत्ता जाने के भय से मानसिक संतुलन खो चुके हैं. केजरीवाल के कल शाम पूर्वांचल के लोगों को नकली वोटर कहने से उनके मन का वो काला सच फिर से सामने आया जो पहली बार 2019 में नजर आया था, पर सच यह है कि केजरीवाल को जेल से बेल तो मिल गई. लेकिन उसी दिन से उनकी राजनीतिक शख्सियत खत्म हो गई है. वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि अपनी सत्ता खोने का बदला केजरीवाल जी आप दिल्ली वालों से ले रहे हैं. केजरीवाल जी आप भाजपा को कोस लीजिए, पर प्लीज दिल्ली में तनाव ना फैलायें.

दिल्ली का विकास रोक कर खजाना लूट कर आप बहुत नुकसान कर चुके हैं. अब दिल्ली का सामुदायिक सौहार्द न बिगाड़ें. कुर्सी नाटक से आज सुबह जारी एक घटिया पोस्टर तक आपने गत 4 माह में हर सुबह दिल्ली वालों को भाजपा को कोसा है. केजरीवाल जी अब और नहीं सह पायेगी दिल्ली. केजरीवाल आपका आज का पोस्टर आपके चरित्र को आपकी हताशा को दर्शाता है, भाजपा इसकी निंदा करती है और थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो इसको वापस लो. -वीरेन्द्र सचदेवा दिल्ली भाजपा अध्यक्ष

अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक छटपटाहट:

13 सितंबर को माननीय सुप्रीम कोर्ट की सख्त शर्तों के साथ एक कागज़ी मुख्यमंत्री के रूप में जेल से बाहर आये अरविंद केजरीवाल ने उसी दिन इस्तीफा ना देकर राजनीतिक आत्महत्या की थी. वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि सच कहूं तो 17 सितंबर 2024 वो दिन था जिस दिन से अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक छटपटाहट देखते ही बनती है. जानिए सचदेवा ने और क्या कहा-

1. राजनीतिक पद से आम तौर पर लोग इस्तीफा सीधे सीधे देते हैं, पर केजरीवाल ने दो दिन बाद इस्तीफा दूंगा जैसी अनोखी घोषणा की थी, शायद सोचा था कि मेरी घोषणा से दिल्ली में जन आंदोलन खड़ा हो जायेगा और मेरा पद बच जायेगा.

2. 21 सितंबर को सुश्री आतिशी मार्लेना के मुख्यमंत्री शपथ लेते ही उनको अस्थाई मुख्यमंत्री कहना ना सिर्फ संवैधानिक व्यवस्थाओं का अपमान था, बल्कि 21 सितंबर को आतिशी मार्लेना को अस्थाई मुख्यमंत्री कह कर अरविंद केजरीवाल ने अपनी पुरानी महिला विरोधी सोच को फिर से दर्शाया था.

3. अगले ही दिन 22 सितंबर को मुख्यमंत्री कार्यालय में आतिशी मार्लेना से दो कुर्सी का नाटक करवा कर केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के संवैधानिक पद की गरिमा तार तार की थी.

4. 25 अकटूबर में विकासपुरी से लेकर 30 नवम्बर को ग्रटेर कैलाश पदयात्रा तक अरविंद केजरीवाल ने खुद पर हमले का कार्ड चलाने की अपनी पूरी कोशिश की. पर इस बार 2015 के थप्पड़ जैसी झूठी कहानी जमी नहीं.

5. पूरा दिसंबर 2024 अरविंद केजरीवाल बंग्लादेशी एवं रोहिंग्याओं के वोट कटने से बचाने के, उनके नये वोट बनवाने के दबाव डालते रहे. जहां केजरीवाल पूरा दिसंबर दिल्ली के हर विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक डेमेज कंट्रोल के लिए मुस्लिम रोहिंग्या वोटर जुड़वाने को बेताब दिखे वहीं नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में तो मृत एवं शिफ्टिड वोटर को बनाये रखने के लिए फड़फड़ाते रहे.

6. लोग नव वर्ष 1 जनवरी 2025 को खुशियाँ बांटते हैं पर केजरीवाल-मार्लेना ने उपराज्यपाल मंदिर तुड़वा देंगे जैसी झूठी खबर उड़ा कर दिल्ली का साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश की पर सफल नहीं हुए.

7. चार दिन पहले आपसे राकेश टिकैत मिले थे और कल 9 जनवरी को केजरीवाल आपने दिल्ली के जाट समाज को राजनीतिक रूप से उकसाने की कोशिश की जो शर्मनाक है पर पूर्व सांसद प्रवेश साहिब सिंह एवं पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने जाटों को दिल्ली देहात को धोखे पर आपकी पोल खोल डाली.

8. केजरीवाल जी आपको नई दिल्ली विधानसभा में हार सामने दिख रही है और उसी के चलते आप इतना बौखला गये. इन्होंने कल 9 जनवरी को ही देर शाम आपने चुनाव अधिकारियों की निषपक्षता पर सवाल खड़े कर दिए.

9. अरविंद केजरीवाल जी आप हमेशा से पूर्वांचल विरोधी थे, हैं और रहेंगे और यह काला सच कल 9 जनवरी की शाम को एक बार फिर आपके मुंह से निकला. केजरीवाल जी बताओ आप पूर्वांचल के लोगों से इतनी नफरत क्यों करत हो?

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्ली वाले अब और नही सहेंगे. दिल्ली को "आप" के पाप के राज से 5 फरवरी को मुक्त करेंगे.

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