नई दिल्ली : बढ़ते प्रदूषण की वजह से दिल्ली पूरी तरीके से गैस चैंबर में तब्दील हो चुकी है. लेकिन रोक के बावजूद बुराड़ी सहित कई इलाकों में पराली जलाई जा रही है(straw is being burnt in many areas of Delhi). जिससे आस-पास के लोगों का सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है. प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर एनजीटी, दिल्ली सरकार और कई एजेंसियों ने गंभीर चिंता जताई थी. इसके मद्देनजर पराली जलाने पर पूरी तरीके प्रतिबंध लगा दिया गया. पराली जलाने की बजाय उसे खेतों में गलाने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से करीब 5000 एकड़ में बायो डी कंपोजर का छिड़काव किया जा रहा है. इन सब कवायदों के बावजूद दिल्ली में कई जगहोंं पर पराली जलाई जा रही है.
ये भी पढ़ें : दिल्ली में कल से नहीं चलेंगी डीजल कारें, पकड़े जाने पर 20 हजार जुर्माना, पढ़ें सरकार की नई गाइडलाइन
तस्वीरें बुराड़ी इलाके के इब्राहिमपुर के खेतों की हैं. इब्राहिमपुर से यमुना की तरफ जाते हुए रास्ते में पड़ने वाले खेतों में पराली जलाई जा रही है. इसका धुआं पूरे आसमान को काला कर चुका है. इसकी वजह से पैदा हुए वायु प्रदूषण से आसपास के लोगों का सांस लेना तक मुश्किल है.
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. दिल्ली में कंस्ट्रक्शन का काम पर रोक लगा दी गई है. एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमिशन की तरफ से दिल्ली-NCR में डीजल से चलने वाले वाहनों पर रोक लगा दी गई है. दिल्ली में सभी प्राइमरी स्कूलों (नर्सरी से 5वीं तक) को अगले आदेश तक और नोएडा में क्लास 8 तक स्कूलों को बंद कर दिया गया है. दिल्ली में जरूरी सेवाओं के अलावा अन्य ट्रकों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. इसके बावजूद कई इलाकों में पराली जलाई जा रही है.
इस बारे में बुराड़ी विधायक और आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजीव झा का कहना है कि सरकार पूरा प्रयास कर रही है कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में किसान पराली न जलाएं. लेकिन अगर उसके बावजूद कोई पराली जलाते हुए पाया जाएगा तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप