नई दिल्ली: जर्जर इमारतों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर चांदनी चौक की विधायक अलका लांबा ने नगर निगम पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि सदर में दो हादसों के बाद भी नगर निगम ने सबक नहीं लिया.
निगम में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी एक्शन ना लेने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है.
चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने जर्जर इमारतों के मामले में निगम के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. ईटीवी भारत की टीम से बातचीत करते हुए अलका लांबा ने सीधे तौर पर जर्जर इमारतों के मामले में निगम को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि निगम के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण जर्जर इमारतों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है. अकेले चांदनी चौक क्षेत्र में ऐसी कई जर्जर इमारतें हैं, जिनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है. अवैध रूप से निर्माण हो रहे हैं, लेकिन निगम ने अपनी आंखें बंद कर ली हैं.
कई बार उठे सवाल
निगम की कार्यप्रणाली को लेकर पार्षदों ने कई बार सवाल उठाए हैं, लेकिन अभी तक कोई सख्त एक्शन प्लान नहीं बनाया गया. एक तरफ अलका लांबा ने निगम की नीयत पर सवाल उठाए हैं, वहीं निगम के अंदर व्याप्त नेताओं ने सर्वे को जमीनी तौर पर झूठा करार दे दिया है. इसके बाद निगम फंसता हुआ नजर आ रहा है.
क्यों नहीं हो रही कार्रवाई?
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के क्षेत्र में जर्जर हो चुकी इमारतों को लेकर मामला लगातार गरमाता जा रहा है. ऐसे में अब चांदनी चौक की विधायक अलका लांबा ने जर्जर हो चुकी इमारतों पर एक्शन न लेने को लेकर निगम पर हमला किया. उनका सवाल है कि आखिर क्यों निगम जर्जर इमारतों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है? वहीं कांग्रेस और 'आप' के नेता भी निगम की कार्यप्रणाली पर पहले ही सवाल उठा चुके हैं.