नई दिल्लीः उत्तराखंड में हुए फर्जी कोविड टेस्ट के मामले में खुलासा हुआ है कि टेस्टिंग दिल्ली की लैब में हुई थी. ईटीवी भारत की टीम दिल्ली के भीकाजी कामा प्लेस स्थित लैब के पते पर पहुंची. हैरानी की बात यह है कि ऐसी कोई लैब बताए गए पते पर मौजूद ही नहीं है. दरअसल, लैब का एड्रेस फर्जी दिया गया था.
मैक्स कॉरपोरेट सर्विस का जो पता दिया गया था, वहां पर इस नाम से कोई लैब/कंपनी नहीं है, लेकिन इतना जरूर है कि 515 नंबर के दो कमरे हैं. 515a और 515बी. दोनों कमरों में बात करने पर पता चला की यहां पर कोई लैब नहीं है. इससे साफ जाहिर होता है कि जिस पते पर एक लाख से अधिक लोगों की कोरोना की फर्जी रिपोर्ट बनायी गयी है, वहां पर कोई लैब ही मौजूद नहीं है.
इस बार फिर शासन और प्रशासन सवालों के घेरे में है. भीकाजी कामा प्लेस दक्षिण जिले में मौजूद है, लेकिन पते में इसे पूर्वी दिल्ली का हिस्सा बताया गया है. ईटीवी भारत की पड़ताल से यह साफ हो गया है कि यहां पर किसी प्रकार की टेस्टिंग नहीं हुई है और यह पूरा मामला फर्जीवाड़े का है.
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