नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सलारपुर गांव में समोसा बनाते समय गैस सिलेंडर फटने से सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. सभी घायलों को इलाज के लिए नोएडा से दिल्ली रेफर किया गया था. इसमें बीती रात उपचार के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि दो दिन पूर्व एक महिला की मौत हुई थी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं अन्य 5 घायलों का ईलाज चल रहा है, जिनकी हालत नाजुक बताई जा रही है.
थाना सेक्टर 39 के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि 14 अक्टूबर को सुबह के समय सलापुर गांव के भूप सिंह भड़ाना के मकान में रहने वाले रणधीर गुप्ता अपने घर पर समोसा बना रहे थे. उसी समय छोटा गैस का सिलेंडर फट गया. गैस सिलेंडर फटने की वजह से रणधीर (24 वर्ष), गुड़िया (32 वर्ष), माया (25 वर्ष), माल्ती (50 वर्ष), विजय (32 वर्ष), सरोज (22 वर्ष) और एक 11 वर्षीय बालक सहित सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
पुलिस ने बताया कि इस घटना में गंभीर रूप से घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां से सफदरजंग अस्पताल दिल्ली रेफर किया गाया था. जहां उपचार के दौरान बीती रात को रणधीर कुमार (24 वर्ष) की मौत हो गई. इस घटना में गंभीर रूप से झुलसी श्रीमती मालती देवी 50 वर्ष की 18 अक्टूबर की रात को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो चुकी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
कूड़े के ढेर में विस्फोट होने से तीन बच्चे झुलसे: नोएडा के सेक्टर-22 में कूड़े के ढेर में विस्फोट होने से तीन मासूम बच्चे झुलस गए. आसपास मौजूद लोगों ने घायल बच्चों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया. तीनों का उपचार चल रहा है. स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है. कूड़े के ढेर में आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है. मामला नोएडा के थाना सेक्टर 24 क्षेत्र का है.
पुलिस के मुताबिक, सेक्टर 22 के सी ब्लॉक स्थित मदर डेयरी के पास रहने वाले सरुद्दीन का पांच वर्षीय बेटा एहतेशाम, दो वर्षीय बेटी सनीबा तथा डेढ़ वर्षीय बेटी मेहरबा घर के बाहर खेल रह थी. इस दौरान पास पड़े कूड़े के ढेर में किसी व्यक्ति ने आग लगा दी. कूड़े के ढेर में अचानक से विस्फोट हो गया. विस्फोट की चपेट में आने से तीनों बच्चे झुलस गए. चिकित्सकों के मुताबिक तीनों बच्चे मामूली रूप से झुलसे हैं, उनकी हालत खतरे से बाहर है. थाना सेक्टर 24 पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि किसी व्यक्ति ने पुराना पटाखा कूड़े के ढेर में डाल दिया था.