महेश ठेकेदार नामक इस बदमाश पर दो लाख रुपए का इनाम घोषित था. जानकारी के मुताबिक पुलिस ने जब छापा मारा तो गिरफ्तारी के डर से उसने मकान की छत से छलांग लगा दी. इस हादसे में मौके पर ही उसकी मौत हो गई.
गुप्त सूचना पर हुई थी कार्रवाई
अतिरिक्त आयुक्त राजीव रंजन के अनुसार 11 फरवरी की रात क्राइम ब्रांच को सूचना मिली की पैरोल जंप कर फरार चल रहा वांछित बदमाश शकूरपुर इलाके में आएगा. इस जानकारी पर क्राइम ब्रांच की टीम ने प्रहलाद पुर निवासी दीपक को शकूरपुर के पास से गिरफ्तार कर लिया.
पंजाबी बैग इलाके में वर्ष 2006 में हुई हत्या के मामले में उसे अदालत से सजा मिल चुकी है.
सजा पाने के बाद उसने अदालत से पैरोल ली और फरार हो गया. पूछताछ में उसने बताया कि उसके साथी महेश उर्फ ठेकेदार, सुरेंद्र और विजय पानीपत के समालखा इलाके में छिपे हुए हैं.
छापा मारने पहुंची पुलिस टीम
इस जानकारी पर पुलिस टीम वहां पहुंची और बताए गए मकान की पहली मंजिल पर छापा मारकर सुरेंदर और विजय को गिरफ्तार कर लिया. वहां मौजूद महेश ने पुलिस को देख पहली मंजिल से छलांग लगा दी. नीचे गिरने के चलते वो गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
ये कुछ हुआ पुलिस को बरामद
तलाशी में आरोपियों के पास से एक ऑटोमेटिक पिस्टल, 5 जिंदा कारतूस और 10 कार बरामद हुई. पूछताछ में पता चला कि आरोपी दिल्ली में कई जगह अपराधों में शामिल हैं. वर्ष 2006 में आरोपियों ने पंजाबी बाग इलाके में प्रेम विवाह के विरोध में हत्या कर दी थी.
पूर्व निगम पार्षद से वसूली थी फिरौती
वर्ष 2016 में उन्होंने नेताजी सुभाष प्लेस इलाके में ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पहनकर बीएमडब्ल्यू कार में सवार 20 वर्षीय युवक को अगवा कर लिया था. वो पूर्व निगम पार्षद का बेटा था. इस मामले में आरोपियों ने एक करोड़ की फिरौती वसूलने के बाद युवक को छोड़ा था.
इस मामले में महेश मुख्य आरोपी था और उसकी गिरफ्तारी पर 2 लाख का इनाम घोषित था.