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Noida Authority: 200 करोड़ के FD घोटाले में CFO को निलंबन नोटिस

200 करोड़ की FD प्रकरण की जांच में नोएडा प्राधिकरण के सीएफओ मनोज कुमार सिंह की संलिप्तता सामने आ रही है. प्राधिकरण के सीईओ ने CFO मनोज कुमार सिंह को निलंबन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

नोएडा प्राधिकरण
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Published : Jul 26, 2023, 9:36 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा प्राधिकरण के 200 करोड़ के FD घोटाले मामले में बुधवार देर शाम नया मोड़ आ गया है. अब इस घोटाले में प्राधिकरण के सीएफओ की संलिप्तता की बात सामने आ रही है. प्राधिकरण के सीईओ की ओर से सीएफओ को तीन दिनों के अंदर लापरवाही बरतने के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. संतोषजनक जवाब नहीं देने पर सीएफओ के खिलाफ निलंबन की कार्यवाई की जाएगी. प्राधिकरण के सीईओ द्वारा दिए गए इस आदेश के बाद से पूरे प्राधिकरण में हड़कंप मचा हुआ है. 200 करोड़ FD घोटाले के मामले मे थाना सेक्टर 58 पर मुकदमा दर्ज है. जिसमें पुलिस की जांच चल रही है.

सीएफओ को निलंबन की कारण बताओ नोटिस: 200 करोड़ की एफडी प्रकरण की जांच में नोएडा प्राधिकरण के सीएफओ की संलिप्तता सामने आ रही है. इसके लिए प्राधिकरण के सीईओ की ओर से सीएफओ मनोज कुमार सिंह को निलंबन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. नोटिस में उसने तीन दिन में प्रकरण पर जवाब मांगा गया है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर प्राधिकरण की ओर से उनके निलंबन की संस्तुति करते हुए विभागीय कार्यवाही के लिए शासन को भेज दिया जाएगा.

प्राधिकरण की तरफ से जारी सूचना: प्राधिकरण की ओर से इस मामले में ये पहली कार्यवाही है. जालसाजों से जो भी पत्राचार हुआ वो भी सीएफओ के जरिए ही किया गया है. वो चाहे अनजाने में किया गया या जानबूझकर ये जवाब आने के बाद पता चल सकेगा. बहरहाल, बैंक ऑफ इंडिया की ओर से 200 करोड़ रुपए प्राधिकरण को वापस कर दिए गए है. बैंक की ओर से इस राशि पर ब्याज का भुगतान करने के लिए भी आश्वासन दिया गया है.

बता दें, नोएडा प्राधिकरण का 200 करोड़ रुपए नोएडा के सेक्टर 62 स्थित बैंक ऑफ इंडिया में FD होने के लिए गया था. यहां जालसाजों ने धोखे से 3 करोड़ 80 लाख रुपए निकल लिए थे. पुलिस ने इस मामले में काफी पैसे फ्रिज किए और कई लोगों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस अभी भी मुख्य आरोपी के तलाश में दबिश देने का काम कर रही है.

ये भी पढ़ें: Fake GST Case: 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक के फर्जीवाड़े में मुख्य आरोपी गिरफ्तार

ये भी पढ़ें: नोएडा प्राधिकरण की 200 करोड़ की FD में सेंध लगाने वाला गिरफ्तार

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा प्राधिकरण के 200 करोड़ के FD घोटाले मामले में बुधवार देर शाम नया मोड़ आ गया है. अब इस घोटाले में प्राधिकरण के सीएफओ की संलिप्तता की बात सामने आ रही है. प्राधिकरण के सीईओ की ओर से सीएफओ को तीन दिनों के अंदर लापरवाही बरतने के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. संतोषजनक जवाब नहीं देने पर सीएफओ के खिलाफ निलंबन की कार्यवाई की जाएगी. प्राधिकरण के सीईओ द्वारा दिए गए इस आदेश के बाद से पूरे प्राधिकरण में हड़कंप मचा हुआ है. 200 करोड़ FD घोटाले के मामले मे थाना सेक्टर 58 पर मुकदमा दर्ज है. जिसमें पुलिस की जांच चल रही है.

सीएफओ को निलंबन की कारण बताओ नोटिस: 200 करोड़ की एफडी प्रकरण की जांच में नोएडा प्राधिकरण के सीएफओ की संलिप्तता सामने आ रही है. इसके लिए प्राधिकरण के सीईओ की ओर से सीएफओ मनोज कुमार सिंह को निलंबन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. नोटिस में उसने तीन दिन में प्रकरण पर जवाब मांगा गया है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर प्राधिकरण की ओर से उनके निलंबन की संस्तुति करते हुए विभागीय कार्यवाही के लिए शासन को भेज दिया जाएगा.

प्राधिकरण की तरफ से जारी सूचना: प्राधिकरण की ओर से इस मामले में ये पहली कार्यवाही है. जालसाजों से जो भी पत्राचार हुआ वो भी सीएफओ के जरिए ही किया गया है. वो चाहे अनजाने में किया गया या जानबूझकर ये जवाब आने के बाद पता चल सकेगा. बहरहाल, बैंक ऑफ इंडिया की ओर से 200 करोड़ रुपए प्राधिकरण को वापस कर दिए गए है. बैंक की ओर से इस राशि पर ब्याज का भुगतान करने के लिए भी आश्वासन दिया गया है.

बता दें, नोएडा प्राधिकरण का 200 करोड़ रुपए नोएडा के सेक्टर 62 स्थित बैंक ऑफ इंडिया में FD होने के लिए गया था. यहां जालसाजों ने धोखे से 3 करोड़ 80 लाख रुपए निकल लिए थे. पुलिस ने इस मामले में काफी पैसे फ्रिज किए और कई लोगों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस अभी भी मुख्य आरोपी के तलाश में दबिश देने का काम कर रही है.

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