नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के हयात होटल में स्ट्रोक को लेकर IHW काउंसिल ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने शिरकत की. रामदास अठावले ने लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि स्ट्रोक खतरनाक बीमारी है और भारत में स्ट्रोक से मरने वालों की तादाद बहुत ज्यादा है.
स्ट्रोक मृत्यु का पांचवा मुख्य कारण
स्ट्रोक भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में मृत्यु की एक मुख्य वजह है. जो दिल की बीमारियों और टीवी को भी पीछे छोड़ चुका है. एम्स की डॉक्टर डॉ. एमवी पद्मा श्रीवास्तव ने बताया कि स्ट्रोक 2016 में मृत्यु का पांचवा मुख्य कारण बन गया है. जो 1996 में 12वां प्रमुख कारण था इसके कारण करीब 1,00,000 लोगों पर 119 से लेकर 145 लोगों की मौत हो चुकी है. इस दृष्टि से तकरीबन सौ फीसद वृद्धि हुई है.
हमारे देश में स्ट्रोक का बोझ तेजी से बढ़ रहा है जिसके समाधान के लिए हमें भारत उन्मुख समाधान अपनाने की आवश्यकता है. हर साल भारत में करीब 2 मिलियन लोग स्ट्रोक का शिकार होते हैं लेकिन हमारे पास सिर्फ 2000 न्यूरोलॉजिस्ट हैं. हमें यह समझना होगा कि स्ट्रोक के मामले में समय बहुत अधिक मायने रखता है. इसलिए इसके बारे में जागरूकता बेहद जरूरी है जिससे कि मरीज को समय रहते इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जाए और उसकी जान बचाई जा सके.
IHW काउंसिल क्या है
आई एच डब्ल्यू काउंसिल एक गैर लाभकारी संगठन है. जो स्वस्थ दुनिया की निर्माण के लिए जागरूकता को प्राथमिकता देता है. काउंसिल ने इससे पहले कई महत्वपूर्ण पहलुओं का आयोजन किया है. जैसे कि इंडिया हेल्थ एंड वैलनेस समिट, CSR हेल्थ इंपैक्ट अवार्ड , आयुष्मान भारत सम्मेलन औए सीएमई एक्सीलेंस अवार्ड जिन्हें भारत के राजनेताओं कानूनी निर्माताओं नीति निर्माताओं उद्योग जगत के दिग्गजों सिविल सोसायटी और अकादमिक जगत से समर्थन मिला हुआ है.