नई दिल्ली: राष्ट्रीय विकलांग संघर्ष मोर्चा तमाम दिव्यांगों के साथ दिल्ली के मंडी हाउस सर्कल के पास आज सुबह से ही धरना प्रदर्शन कर रहा है. उनकी मांग है कि 2018 में ग्रुप डी के लिए भर्ती में क्वीलफाई करने वाले दिव्यांगों का ज्लद से जल्द नौकरी दी जाए.
साल 2018 में ग्रुप डी के लिए जो रेलवे में भर्ती निकाली थी, उसमें तमाम दिव्यांगों ने क्वालीफाई किया था. लेकिन उन्हें अभी तक नौकरी नहीं दी गई है. जिसके बाद वो कई महीने से रेलवे और कोर्ट के चक्कर काट चुके हैं. लेकिन उनकी मांगे नहीं सुनी जा रही हैं. आखिरकार थक हारकर वो लोग मंडी हाउस पर अपनी मांगों को लेकर सरकार और रेलवे के सामने गुहार लगा रहे हैं.
रेलवे ने दस्तावेजों को लेकर रोका था रिजल्ट
प्रदर्शन कर रहे दिव्यांग मोहन सिंह ने बताया फरवरी 2018 में रेलवे की तरफ से ग्रुप डी में 2448 पदों पर भर्तियां निकाली गई थी, लेकिन जब अप्रैल 2018 में इन पदों की भर्तियों का रिजल्ट आया. तो उसमें से जो दिव्यांग 30 फ़ीसदी से ज्यादा अंक लेकर आए थे, उनका रिजल्ट रेलवे ने मेडिकल और कई दस्तावेजों को लेकर रोक दिया.
'किसी को भी अभी तक नहीं दी भर्ती'
उन्होंने कहा कि मेडिकल और सभी दस्तावेज होने के बाद भी उन्हें बिना कारण बताए भर्ती नहीं दी गई. इन पदों पर जिसने भी क्वालीफाई किया था. उनमें से किसी को भी भर्ती नहीं मिली है.
'दिव्यांगों को दिए जाए अधिकार'
जिसके बाद ये तमाम दिव्यांग सैकड़ों की तादाद में आज मंडी हाउस सर्कल पर इकट्ठा हुए हैं. इनकी सरकार और रेलवे से मांग है कि जो भर्तियां रोकी गई हैं. उनमें इन्हें नौकरी दी जाए. साथ ही दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 के सभी प्रावधानों को अतिशीघ्र लागू किया जाए.
मौके पर पुलिस तैनात
इसके अलावा भी कई अन्य मांगों को लेकर दिव्यांग आवाज उठा रहे हैं. वहीं इस दौरान पुलिस भी लगातार चेतावनी देते हुए दिव्यांगों से जंतर-मंतर पर जाने का आग्रह कर रही है, लेकिन ये लोग बिना किसी आश्वासन के यहां से उठने के लिए मना कर रहे हैं.