नई दिल्ली: राजधानी में झपटमारी की वारदात लगातार बढ़ती जा रही है. इसे लेकर पुलिस धर पकड़ भी करती रहती है, लेकिन पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक इससे खुश नहीं है. यही वजह है कि अब उन्होंने आतंकियों को पकड़ने वाली देश की एक प्रमुख एजेंसी के स्पेशल सेल को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है. उन्होंने स्पेशल सेल को निर्देश दिए हैं कि वह सड़कों पर झपटमारी और लूट करने वाले बदमाशों को पकड़े.
जानकारी के अनुसार राजधानी में झपटमारी की वारदातों में बीते वर्ष के मुकाबले बढ़ोत्तरी देखने को मिली है, जिसने पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक की चिंता बढ़ा दी है. वर्ष 2018 में जहां 30 अप्रैल तक झपटमारी की 2109 वारदातें हुई थी, वहीं इस वर्ष 30 अप्रैल तक यह आंकड़ा 2165 पर पहुंच चुका है. यह बढ़ोत्तरी महज ढाई फीसदी की है, लेकिन सड़क पर होने वाले अपराध का बढ़ना पुलिस के लिए विफलता माना जाता है. यही वजह है कि कमिश्नर झपटमारों के गैंग पर काबू पाने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं.
महिलाओं के साथ हुई वारदातों ने बढ़ाई परेशानी
हाल ही में झपटमारी एवं लूट की वारदातों की फुटेज वायरल हुई. इनमें कहीं महिलाओं का गला दबाकर तो कहीं उन्हें सड़क पर गिराकर उनके गहने बदमाशों ने छीन लिए. इसके बाद पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने स्पेशल सेल के अधिकारियों की एक बैठक बुलाई और उन्हें इस तरह की वारदात करने वाले गैंग पर काम करने को कहा. आमतौर पर स्पेशल सेल आतंकियों या कुख्यात बदमाशों को पकड़ने का काम करती है. लेकिन पुलिस कमिश्नर का निर्देश मिलने के बाद वह ऐसे गैंग पर सक्रिय हो गई है.
48 घंटे में दो मुठभेड़
कमिश्नर का आदेश मिलते ही स्पेशल सेल ने झपटमारों एवं लुटेरों की धरपकड़ का काम शुरू कर दिया है. बीते सोमवार की रात नरेला इलाके में सुमित उर्फ टिंके नामक बदमाश को स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया. इस मुठभेड़ में सुमित के पैर में गोली लगी. वहीं बुधवार को दरियागंज इलाके में हुई मुठभेड़ में अर्शी नामक लुटेरे को पकड़ा. इस मुठभेड़ में अर्शी के हाथ में गोली लगी है. स्पेशल सेल के सूत्रों की माने तो कमिश्नर के आदेश को ध्यान में रखते हुए वह झपटमार और लुटेरों को पकड़ने के लिए अभियान चला रहे हैं.