नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में ट्रेन के अंदर बेखौफ बदमाश लूटपाट कर रहे हैं. लूटपाट का विरोध करने का खामियाजा लोगों की जान पर भारी पड़ रहा है. बीते साल दिसंबर में ट्रेन में बदमाश ने एक युवक से मोबाइल लूटने लगे. युवक ने विरोध किया तो बदमाश ने धक्का दे दिया. चलती ट्रेन से गिरने के कारण युवक का हाथ और पैर कट गया. काफी देर बाद घायल को अस्पताल ले जाया जा सका. अस्पताल में डाक्टरों ने युवक को मृत करार दिया. युवक के परिजनों की शिकायत पर रेलवे पुलिस ने एफआईआर नहीं दर्ज की. कोर्ट के आदेश पर वारदात के नौ महीने बाद सराय रोहिल्ला रेलवे थाना पुलिस ने लूट और गैरइरादतन हत्या की धारा में एफआइआर की है.
राजेश यादव परिवार सहित पटेल नगर के बलजीत नगर में परिवार सहित रहते थे. वह कश्मीरी गेट स्थित पीडब्ल्यूडी कार्यालय में काम करते थे. एफआईआर के मुताबिक बीते वर्ष 15 दिसंबर की सुबह करीब 8 बजे वह पटेल नगर रेलवे स्टेशन से दया बस्ती रेलवे स्टेशन जाने के लिए ट्रेन में सवार हुए थे. चलती ट्रेन में बदमाश राजेश से मोबाइल छीनने लगे, जिसका राजेश ने विरोध किया. बदमाशों ने चलती ट्रेन से राजेश को नीचे धक्का दे दिया. ट्रेन की चपेट में आने से उनका हाथ और पैर कट गया.
पुलिसकर्मी तक बने रहे तमाशबीन
घटना के बाद सुबह 8:40 बजे आरपीएफ कर्मियों ने राजेश के पिता अरविंद कुमार को घटना के बारे में बताया कि वह अभी जीवित हैं और सांसें चल रही है. आरोप है कि किसी ने राजेश को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया. आरपीएफकर्मी तमाशबीन बने रहे. मौके पर पहुंचे परिजन राजेश को रोहतक रोड स्थित एक निजी अस्पताल में ले गए. डॉक्टरों ने राजेश को मृत घोषित कर दिया.
परिवार की आर्थिक रीढ़ थे राजेश
राजेश के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटी, छोटा भाई और पिता है. वह परिवार की आर्थिक रीढ़ थे. उनकी मौत के बाद परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है. इतना ही नहीं राजेश के स्वजन न्याय के लिए कई महीने भटकते रहे. पुलिस एफआईआर नहीं कर रही थी. परिजनों ने गृह मंत्री, रेल मंत्री और राष्ट्रपति को शिकायत सड़े चुके हैं. अब इस मामले में सराय रोहिल्ला स्टेशन पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है.
ये भी पढ़ेंः