नई दिल्ली: देश में कोरोना (corona) की दूसरी लहर में हजारों की संख्या में लोगों की जान चली गई. लोग ऑक्सीजन (oxygen) के लिए दर दर भटकते रहे ऑक्सीजन की मारामारी देखने को मिली. वहीं कोरोना (corona) की वजह से दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) ने अपने 60 टीचिंग और नॉन टीचिंग कर्मचारियों को खो दिया.
दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के केमिस्ट्री विभाग में वर्षो से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plant) को अब फिर से दुरुस्त करने की कवायद की जा रही है. वहीं इसको लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पीसी जोशी ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट को फिर से शुरू करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है.
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दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के कुलपति प्रोफेसर पीसी जोशी (Professor PC Joshi) ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के केमिस्ट्री विभाग (Department of Chemistry) में बने ऑक्सीजन प्लांट को दोबारा से ठीक करने की कवायद की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ और पूर्व छात्रों की भी पूरा सहयोग मिल रहा है.
प्रोफेसर पीसी जोशी ने कहा कि इस आपदा के समय में कुछ विदेशी छात्रों ने भी ऑक्सीजन सिलेंडर दिया है. वहीं डीयू डीन ऑफ कॉलेज प्रोफेसर बलराम पाणि (Professor Balram Pani) ने बताया कि प्लांट ठीक होने बाद एक मिनट में 1000 लीटर तक की इसकी क्षमता होगी. उन्होंने कहा कि इस प्लांट को सही करने के लिए कई एजेंसी से बात की जा रही है.
कई वर्ष पहले ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया था
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के केमिस्ट्री विभाग में करीब तीन दशक पहले ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया था. दिल्ली विश्वविद्यालय के एक शिक्षक ने बताया कि यह ऑक्सीजन प्लांट सही से देखरेख नहीं होने की वजह से जर्जर हो गया था. उन्होंने बताया कि इस ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plant) से केवल दिल्ली विश्वविद्यालय ही नहीं बल्कि कई जगह यहां ऑक्सीजन सप्लाई होती थी.
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वहीं के डीन ऑफ कॉलेज प्रोफेसर बलराम पाणि (Professor Balram Pani) ने बताया कि कोरोना की वजह से डीयू ने अपने 60 कर्मचारियों को खो दिया है जिसमें टीचिंग और नॉन टीचिंग के कर्मचारी शामिल हैं.
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