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निजी स्कूलों की मनमानी नहीं चलेगी, शिक्षा निदेशक ने छीन ली स्कूल की मान्यता, जानिए वजह - Education director took strict action

निजी स्कूलों द्वारा प्रति वर्ष अभिभावकों की जेब पर डाल जा रहे डाके को रोकने के लिए शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने दिल्ली के एक स्कूल पर कड़ा एक्शन लेते हुए उसकी मान्यता छीन ली है.

शिक्षा निदेशक ने छीन ली स्कूल की मान्यता
शिक्षा निदेशक ने छीन ली स्कूल की मान्यता
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Published : Feb 4, 2023, 1:38 PM IST

नई दिल्ली: कोरोना महामारी ने साल 2020 में जब देश में दस्तक दिया था, उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया. इस दौरान देशभर के सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया. बच्चे ऑनलाइन मोड में पढ़ाई करने लगे और राजधानी दिल्ली में भी यही फॉर्मूला अपनाया गया. हालांकि इस दौरान लंबे समय तक स्कूल बंद होने के चलते निजी स्कूलों को आर्थिक नुकसान हुआ, जिसके चलते कई प्राइवेट स्कूलों ने फीस बढ़ाने की बात कही. जब स्कूल खुले तो शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों से फीस बढ़ाने को लेकर जवाब मांगा और कारण पूछे, इसके लिए एक फॉर्मेट भी दिया गया.

शिक्षा विभाग ने कहा कि इस फॉर्मेट को जमा करना होगा, जिसके बाद इस पर विचार किया जाएगा. अगर फीस बढ़ाने के सभी कारण सही पाए जाते हैं तो स्कूल फीस बढ़ा सकते हैं, लेकिन अगर बिना शिक्षा विभाग को जानकारी दिए किसी स्कूल ने फीस बढ़ाई, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बावजूद इसके कुछ निजी स्कूलों के द्वारा मनमानी तरीके से फीस बढ़ाई जा रही है. ऐसे में दिल्ली के एक निजी स्कूल बनयान ट्री पर शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने कड़ा एक्शन लेते हुए स्कूल की मान्यता छीन ली है. अब इस स्कूल में सत्र 2023-24 में दाखिले नहीं होंगे.

ये भी पढ़े: Jamia Violence Case: शरजील इमाम और आसिफ इकबाल तन्हा को कोर्ट से बड़ी राहत, किया गया बरी

दूसरे स्कूल में शिफ्ट होंगे शिक्षक-छात्र: बनयान ट्री स्कूल की मान्यता रद्द होने के बाद सवाल यह उठता है कि यहां पर पढ़ाने वाले शिक्षक और पढ़ने वाले छात्रों का क्या होगा. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, स्कूल को गत वर्ष का सत्र पूरा करने के लिए फिलहाल इजाजत दी गई है, हालांकि अगला सत्र शुरु नहीं किया जाएगा. इस स्कूल के शिक्षक और छात्रों को रामकृष्णन एंड संस चेरिटेबल ट्रस्ट के स्कूल के साथ दूसरे सरकारी स्कूल में शिफ्ट किया जा सकता है.

ये भी पढ़े: अरविंद केजरीवाल का मोदी सरकार पर जोरदार हमला, पूछा- केंद्र सरकार सबसे लड़ती क्यों है?

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई: शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता इससे पहले भी गत वर्षो में निजी स्कूलों की मान्यता छीन चुके हैं. शिक्षा निदेशक का सख्त निर्देश है कि अगर कोई निजी स्कूल जो सरकारी जमीन पर चल रहे हैं अगर वह शिक्षा विभाग के निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो उन पर कारवाई की जाएगी.

ये भी पढ़े: Delhi MCD Budget: AAP के आरोपों को दिल्ली नगर निगम ने किया खारिज, कहा बजट अभी पास नहीं हुआ

नई दिल्ली: कोरोना महामारी ने साल 2020 में जब देश में दस्तक दिया था, उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया. इस दौरान देशभर के सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया. बच्चे ऑनलाइन मोड में पढ़ाई करने लगे और राजधानी दिल्ली में भी यही फॉर्मूला अपनाया गया. हालांकि इस दौरान लंबे समय तक स्कूल बंद होने के चलते निजी स्कूलों को आर्थिक नुकसान हुआ, जिसके चलते कई प्राइवेट स्कूलों ने फीस बढ़ाने की बात कही. जब स्कूल खुले तो शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों से फीस बढ़ाने को लेकर जवाब मांगा और कारण पूछे, इसके लिए एक फॉर्मेट भी दिया गया.

शिक्षा विभाग ने कहा कि इस फॉर्मेट को जमा करना होगा, जिसके बाद इस पर विचार किया जाएगा. अगर फीस बढ़ाने के सभी कारण सही पाए जाते हैं तो स्कूल फीस बढ़ा सकते हैं, लेकिन अगर बिना शिक्षा विभाग को जानकारी दिए किसी स्कूल ने फीस बढ़ाई, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बावजूद इसके कुछ निजी स्कूलों के द्वारा मनमानी तरीके से फीस बढ़ाई जा रही है. ऐसे में दिल्ली के एक निजी स्कूल बनयान ट्री पर शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने कड़ा एक्शन लेते हुए स्कूल की मान्यता छीन ली है. अब इस स्कूल में सत्र 2023-24 में दाखिले नहीं होंगे.

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दूसरे स्कूल में शिफ्ट होंगे शिक्षक-छात्र: बनयान ट्री स्कूल की मान्यता रद्द होने के बाद सवाल यह उठता है कि यहां पर पढ़ाने वाले शिक्षक और पढ़ने वाले छात्रों का क्या होगा. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, स्कूल को गत वर्ष का सत्र पूरा करने के लिए फिलहाल इजाजत दी गई है, हालांकि अगला सत्र शुरु नहीं किया जाएगा. इस स्कूल के शिक्षक और छात्रों को रामकृष्णन एंड संस चेरिटेबल ट्रस्ट के स्कूल के साथ दूसरे सरकारी स्कूल में शिफ्ट किया जा सकता है.

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पहले भी हो चुकी है कार्रवाई: शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता इससे पहले भी गत वर्षो में निजी स्कूलों की मान्यता छीन चुके हैं. शिक्षा निदेशक का सख्त निर्देश है कि अगर कोई निजी स्कूल जो सरकारी जमीन पर चल रहे हैं अगर वह शिक्षा विभाग के निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो उन पर कारवाई की जाएगी.

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