नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. संक्रमण को रोकने के लिए भी सरकार कई उपाय कर रही है. दिल्ली सरकार की तरफ से भी ये जोर दिया जा रहा है कि ज्यादा से ज्यादा कोरोना टेस्ट कराए हों, जिससे कि इस संक्रमण को ट्रैक कर समय पर इलाज दिया जा सके. लेकिन इसी बीच कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें कि लोगों में सभी लक्षण होने के बावजूद उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ रही है. ऐसे में संक्रमण को ट्रैक कर पाना भी मुश्किल हो सकता है. ऐसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए और कैसे आप संक्रमण से बचे रह सकते हैं. इसको लेकर ईटीवी भारत ने पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट वरिष्ठ डॉक्टर वीके मोंगा से बात की.
डॉ. वीके मोंगा ने कहा कि आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है. देखा जा रहा है कि यदि 100 लोगों का rt-pcr कोरोना टेस्ट किया जाता है, तो उसमें से एक तिहाई लोग जो संक्रमित हैं. उनका पता ही नहीं लग पाता है. केवल 65 से 70 फीसदी तक लोगों का सही रिजल्ट आरटी पीसीआर टेस्ट के बाद सामने आता है.
ऐसे में खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. कारण यही है कि संक्रमण का पता नहीं लग पाता. डॉ का कहना है कि कई ऐसे लोगों का उदाहरण है, जिनका आरटी पीसीआर टेस्ट निगेटिव आया है, लेकिन उन्हें निमोनिया, तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत, ऑक्सीजन सैचुरेशन कम होना जैसी समस्याएं देखी गई हैं. ऐसे में डॉक्टर का यह समझ पाना काफी मुश्किल हो जाता है कि व्यक्ति को किस प्रकार का बुखार है.
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कोई भी लक्षण होने के बाद खुद को करें तुरंत आइसोलेट
उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति में तेज बुखार, उल्टी, दस्त, निमोनिया, ऑक्सीजन की कमी, सांस लेने में दिक्कत जैसी परेशानी होती है. इसके बावजूद उसकी आरटी पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो उसे पॉजिटिव व्यक्ति ही माना जाना चाहिए और अस्पतालों में उसका एक पॉजिटिव पेशेंट के तौर पर ही उसका इलाज होना चाहिए. इसके साथ ही उस व्यक्ति को भी अपनी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए.
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रिपोर्ट निगेटिव आने पर न बनें कोरोना स्प्रेडर
डॉ. मोंगा ने कहा कि जिस व्यक्ति की रिपोर्ट निगेटिव आती है और ऐसे में यदि वो व्यक्ति संक्रमित है तो संक्रमण फैलाने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. वह व्यक्ति लोगों से मिलता है घर से बाहर निकलता है, खरीदारी करता है, कई जगहों पर जाता है ऐसे में वह 1 दिन में कई लोगों को संक्रमित कर सकता है. इसलिए मौजूदा समय में आप की रिपोर्ट भले ही निगेटिव आ रही है, लेकिन किसी भी प्रकार का लक्षण आप देखते हैं, तो तुरंत खुद को आइसोलेट कर ले और डॉक्टर की सलाह ले.