नई दिल्ली : नवरात्रों में श्रद्धालु 9 दिनों तक उपवास कर मां दुर्गा की उपासना करते हैं. लेकिन कई बार उपवास के दौरान तबीयत बिगड़ने से परेशानियां झेलनी पड़ती हैं.
वहीं कई बार हम नहीं समझ पाते की उपवास के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं. इसके लिए ईटीवी भारत ने लोकनायक अस्पताल की डॉक्टर रितु सिंह से खास बातचीत की.
अधिक से अधिक फ्रूट खाएं
डॉक्टर रितु सिंह ने बताया कि वैज्ञानिक तौर पर भी यह सिद्ध हुआ है कि उपवास रखने से हमारे शरीर में जितने भी बुरे पदार्थ होते हैं. वह बाहर निकल जाते हैं और हमारा शरीर स्वस्थ होता है, इसलिए सर्दियों की शुरुआत से पहले हल्का और पौष्टिक खाना खाना चाहिए, चाहे फिर आप इसे उपवास ही क्यों ना कहें?
पौष्टिक और हल्का खाना खाएं
डॉक्टर का कहना था कि जिन लोगों के लिए संभव ना हो वो उपवास ना रखें. उपवास का मतलब है कि आप हल्का खाना खाकर पौष्टिक चीजें लेकर अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं और सभी बुरे पदार्थ शरीर से बाहर निकाल सकते हैं. जिसके लिए जरूरी है कि उपवास के दौरान आप अधिक से अधिक फ्रूट और वेजिटेबल ले लेकिन तली हुई चीजों से दूर रहें.
कूटू के आटे का कम करें सेवन
डॉक्टर ने व्रत के लिए बाजार में मिलने वाली चीजों को भी ना खाने की सलाह दी और इसी के साथ कूटू के आटे को कई बार तलकर खाया जाता है.
निर्जला या बिना खाया हुआ उपवास ना रखें
डॉ. रितु सक्सेना ने बताया कि उपवास के दौरान कई लोग निर्जला या बिना खाए पिए उपवास रखते हैं. जिसके कारण उन्हें डिहाइड्रेशन और चक्कर आना शुरू हो जाता है, ऐसे लोग उपवास ना करें क्योंकि इससे शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है और कमजोरी आती है. उपवास के दौरान आप हल्का-फुल्का कुछ ना कुछ खाते रहें चाहे वह फिर जूस, फ्रूट, वेजिटेबल हो या दूसरे बनी हुई चीजें.
बच्चे और बुजुर्ग ना रखें उपवास
इसी के साथ डॉक्टर ने बच्चे और बुजुर्गों को उपवास ना रखने की सलाह दी और साथ ही इन दिनों पौष्टिक आहार खाने को कहा. डॉक्टर ने कहा कि जरूरी है जो बच्चे और बुजुर्ग हैं वह अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अच्छा खाएं और तली हुई चीजों से और बाहर के खाने से दूर रहें. जो भी हो घर का खाएं दूध से बनी हुई चीजें खाएं और पूरी नींद ले.