नई दिल्ली : जेल में बंद एक बदमाश ने जबरन उगाही के लिए करोलबाग के दुकानदार पर गोली चलवाई. दुकानदार की जगह वहां बैठे ग्राहक को जानने वारदात में इस ग्राहक की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग घायल हुए थे. इस मामले में बीते दो साल से फरार चल रहा साजिशकर्ता आखिरकार गिरफ्तार हो गया है. आरोपी की पहचान दिनेश सोनी के रूप में की गई है. उस पर ₹25000 का इनाम घोषित था और अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित किया है.
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार, एक जून 2019 को बाइक सवार दो बदमाशों ने करोल बाग के रैगरपुरा में गोली चलाई थी. इस वारदात में दुकान में बैठे भारत की गोली लगने से मौत हो गई थी जबकि दो लोग घायल हुए थे. इस मामले में चार आरोपी देव अर्जुन, आकाश कुमार उर्फ दक्ष, आकाश उर्फ संजू और महेश उर्फ मनु गिरफ्तार हुए थे. वहीं दिनेश उर्फ जॉनी बीते दो साल से फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम दिल्ली पुलिस की तरफ से घोषित किया गया था.
संगम विहार से गिरफ्तार हुआ आरोपी
स्पेशल सेल में तैनात ASI सुखविंदर को सूचना मिली कि दिनेश संगम विहार इलाके में अपने एक रिश्तेदार के घर छिपा हुआ है. इस जानकारी पर एसीपी अतर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह की टीम ने छापा मारकर दिनेश को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि उसने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर जबरन उगाही के लिए दुकानदार पर गोली चलवाई थी. वर्ष 2019 में उन्होंने रुपए नहीं देने के चलते दुकानदार पर गोली चलाई थी.
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जेल से मिले थे गोली चलाने के निर्देश
यह वारदात उन्होंने महेश कुमार उर्फ मन्नू के इशारे पर की थी जो दिल्ली की जेल में बंद है. दिनेश ने इस वारदात के लिए हत्यारों का इंतजाम दिया था जबकि आकाश और संजू ने गोलियां चलाई थी. इस वारदात में दुकानदार बच गया था, लेकिन दूसरा व्यक्ति मारा गया था. आरोपी को पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर रखा था. इस वारदात के अलावा भी दिनेश को 2005 में प्रसाद नगर में हुई लूट के मामले में 7 साल की सजा हो चुकी है. वह 2011 में जेल से बाहर निकला था.