नई दिल्ली: चुनाव नजदीक आते ही कार्यकर्ताओं का इधर से उधर पार्टियों में आना जाना शुरू हो गया है. हाल के दिनों में समाज के विभिन्न वर्गों के लोग भी राजनीतिक पार्टियों में शामिल हो रहे हैं. आज बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारियों और दलित समाज के लोगों ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया.
CM के सामने पार्टी में हुए शामिल
मंगलवार को दिल्ली के सफाई कर्मचारी संगठनों से जुड़े हुए कई नेताओं, दलित समाज सेवकों और दलित समाज के बड़े नेताओं ने अपने सैकड़ों समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उनकी मौजूदगी में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद एवं एससी एसटी प्रकोष्ठ के दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कुलदीप कुमार भी मौजूद रहे.
केजरीवाल ने सभी को टोपी और पटका पहनाकर उनका पार्टी में स्वागत किया. इस मौके पर अपने सम्बोधन में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने में सबसे बड़ा योगदान दिल्ली के सफाई कर्मचारियों और दलित समाज के लोगों का है.
साथ ही, दिल्ली को स्वच्छ रखने में जो भूमिका हमारे सफाई कर्मचारी भाई निभाते हैं, वह किसी भी वर्ग का व्यक्ति नहीं कर सकता. आज अगर हम सभी लोग एक अच्छे वातावरण में सांस ले पा रहे हैं, तो उसके पीछे सिर्फ और सिर्फ हमारे सफाई कर्मचारी भाइयों की मेहनत है.
कई बड़े नाम शामिल
जिन लोगों ने आज आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की उनमें, सेवानिवृत्त इनकम टैक्स अधिकारी जयदेव निरंकारी, नगर निगम स्वच्छता कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष आरबी ऊंटवाल, एबीएस संघ महिला मंडल की अध्यक्षा रेखा टांक और सचिव पूजा, सेवानिवृत्त नगर निगम अधिकारी रमेश तंवर, वाल्मीकि महापंचायत शखरपुर के अध्यक्ष सुरेंद्र जिंगाला आदि शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों और दलित समाज के उत्थान के लिए उठाए गए बड़े कदमों के लिए हम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद देते हैं और उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि तन मन धन से हम आम आदमी पार्टी के साथ खड़े हैं.
बता दें, कि 2015 के विधानसभा चुनाव में सफाई कर्मियों और दलित समुदाय से जुड़े लोगों ने आम आदमी पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने संबोधन में इसे स्वीकार भी किया. अब देखने वाली बात होगी कि विधानसभा चुनाव से ठीक 5 महीने पहले मिल रहा यह समर्थन पार्टी को चुनाव में कितना फायदा पहुंचाता है.