नई दिल्ली: उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने रविवार को यमुना के किनारे विकसित किए गए असिता ईस्ट में G-20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए आने वाले विदेशी मेहमानों और प्रतिनिधियों की मेजबानी की. इस दौरान विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधियों ने दिल्ली के इकोसिस्टम को देखा और यहां की प्राकृतिक धरोहर का आनंद लिया. डीडीए ने रिकॉर्ड 6 महीने में असिता ईस्ट को बनाकर तैयार किया है. यहां विभिन्न प्रजातियों के फूल, खूबसूरत सजावटी पौधे लगाए गए हैं. इस दौरान विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, 20 शेरपा अमिताभ कांत, G-20 के चीफ कोआर्डिनेटर हर्षवर्धन श्रृंगला समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे.
11 देशों के राजदूत और डिप्लोमैट रविवार सुबह असिता ईस्ट में आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल हुए. उपराज्यपाल वीके सक्सेना और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के साथ सभी मेहमानों ने यहां नेचर वॉक किया. लोगों ने 30 प्रजातियों के पक्षी देखे. विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने यहां हरे-भरे मैदान में साइक्लिंग भी की और दिल्ली के ईकोसिस्टम की तारीफ की. पर्यावरण को देखते हुए सभी लोगों ने अपने वाहन विकास मार्ग पर छोड़ दिए और इलेक्ट्रिक कार्ट से असिता पहुंचे. काफी मेहमान पैदल ही यमुना के किनारे पहुंचे.
मेहमानों ने यमुना के किनारे डीडीए द्वारा 6 माह के अंदर ही तैयार किए गए इस खूबसूरत बायोडायवर्सिटी स्थल की प्रशंसा की. डीडीए के अधिकारियों ने बताया कि इसे तैयार करते समय ध्यान रखा गया कि यमुना के किनारे रहने वाले जीव जंतुओं को इससे नुकसान न हो और पर्यावरण भी प्रभावित न हो. आगंतुकों को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि यहां पर पहले कूड़ा और मलबा डाला जाता था. इसे देखते हुए डीडीए को यहां पर असिता विकसित करने के लिए कहा गया. अधिकारियों ने मेहनत और लगन से काम करते हुए 6 माह के अंदर ही इसे हरे भरे पार्क के रूप में तैयार कर दिया है. अब यह दिल्ली के लोगों के लिए पर्यावरण के अनुकूल पिकनिक मनाने के लिए एक जगह बन गई है.
इसे करीब 90 हेक्टेयर में विकसित किया गया है. यहां ढाई हेक्टेयर में एक वेटलैंड तैयार किया गया है, जिसमें 60 मिलियन लीटर पानी भरा गया है. चार हजार देशज पेड़ पौधे लगाए गए हैं. इस कारण यहां 63 प्रजातियों के पक्षी आए हैं.