नई दिल्ली: राजधानी के सरकारी स्कूलों में वार्षिक परीक्षा चल रही है. इन दिनों 9th क्लास के साइंस प्रश्न पत्र में पूछे गये सवाल पर विवाद खड़ा हो गया है. सरकारी स्कूलों में आयोजित हुई सोशल साइंस के परीक्षा में पूछे गए सवालों से टीचर और कई अभिभावक नाराज दिखे.
बताया जा रहा है कि क्लास 9th के सोशल साइंस प्रश्न पत्र में पूछे गए सवाल धार्मिक भावनाओं के खिलाफ हैं. इस प्रश्न पत्र में एक समुदाय के भगवान को ऊपर तो दूसरे समुदाय के भगवान को कमजोर दिखाने की कोशिश की गई है. जिसको लेकर शिक्षकों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है.
कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर साधा निशाना
आप के बागी विधायक कपिल ने मिश्रा ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर से हिन्दू धर्म के प्रति नफरत का पाठ बताया. उन्होंने लिखा कि,' दिल्ली में नौंवी के पेपर में हिन्दू विरोधी जहर, राम को विलेन और रहीम को हीरो बताया'. इतना ही नहीं आगे उन्होंने लिखा कि छोटे छोटे बच्चों के मन मे हिन्दू धर्म से नफरत का पाठ पढ़ा रहे हैं .
क्या है पूरा मामला
बता दें कि बुधवार को सरकारी स्कूलों में हो रही परीक्षा के दौरान द्वितीय पाली में सोशल साइंस का पेपर हुआ था. कई शिक्षकों ने प्रश्न पत्र बनाने वालों के संवेदनशीलता पर सवाल उठाए हैं. सोशल साइंस के पेपर में पहला सवाल हिंदुओं के मान्य देवता श्री राम के बारे में था.
सवाल था कि -'राम के शासन में सभी निर्णय राजा द्वारा लिए जाते थे और उनमें जनता का योगदान नहीं होता था'. इसके लिए चार स्थितियां बताई गई थी और यह बताना था कि कौन सा स्वरूप लोकतंत्र का है. साथ ही इसके बारे में अपने तर्क भी लिखने थे.