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महाकुंभ की SOP को लेकर देहरादून पुलिस मुख्यालय में अंतरराज्यीय मंथन बैठक - Maha Kumbh Mela 2021 News

देहरादून पुलिस मुख्यालय में महाकुंभ आयोजन को लेकर उच्च स्तरीय बैठक हुई. इसमें सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन को धरातल पर लागू करने के लिए विभिन्न राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ उत्तराखंड के डीजीपी ने मंथन किया.

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महाकुंभ
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Published : Feb 19, 2021, 10:24 PM IST

नई दिल्ली/देहरादून: महाकुंभ आयोजन को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को धरातल पर लागू करने के लिए देहरादून पुलिस मुख्यालय में अंतरराज्यीय पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई. उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, एनआईए, रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों सहित प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस बैठक में मौजूद रहे. इस महत्वपूर्ण बैठक में आपसी सामंजस्य बनाकर हरिद्वार में आयोजित महाकुंभ को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की कार्य योजना बनाई गई है.

पढ़ें: 3 फरवरी को एम्स में ब्लड डोनेशन महाकुंभ, RDA अध्यक्ष ने की ब्लड डोनेट करने की अपील

डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में कुंभ मेला-2021 में भीड़, यातायात एवं पुलिस प्रबंधन को लेकर अंतरराज्यीय समन्वय बनाने पर संबंधित राज्य की पुलिस सहित अन्य एजेंसियों के अधिकारियों से विचार-विमर्श कर सुझाव लिए जा गए. इस महत्वपूर्ण बैठक में हरिद्वार महाकुंभ मेले के दौरान राज्य और केंद्र सरकार द्वारा जारी कोविड-19 की SOP का प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया गया.

इतना ही नहीं, देश के अलग-अलग राज्यों व अन्य स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ कोविड-19 की SOP का अनुपालन कराने के लिए भी संबंधित राज्यों के पुलिस अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

ये है केंद्र सरकार की एसओपी-

  • कुंभ में आने वालों के लिए 72 घंटे के भीतर की कोविड आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट लानी जरूरी.
  • कुंभ में आने से पहले उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट पर पंजीकरण भी कराना अनिवार्य होगा.
  • मेले के दौरान या तो थोड़ी-थोड़ी देर बाद अपने हाथ साबुन से धुलने होंगे या फिर हैंड सैनिटाइजर साथ रखना होगा.
  • राज्य सरकार को सार्वजनिक स्थानों पर हाथ धोने और सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी.
  • कुंभ मेला स्थल पर कहीं भी थूकना प्रतिबंधित होगा.
  • सभी को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल करना होगा.
  • कुंभ मेले में सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा. राज्य सरकार सस्ती दरों पर मेले में मास्क उपलब्ध कराएगी.
  • बिना मास्क पकड़े जाने पर राज्य सरकार की एजेंसियां नियमानुसार जुर्माना लगाएंगी.
  • राज्य सरकार को 65 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और 10 साल से कम उम्र के बच्चों को कुंभ मेले में न जाने के लिए प्रेरित करना होगा.
  • राज्य सरकार ऐसे कर्मचारी जो बुजुर्ग हैं और गर्भवती महिलाओं आदि को कोई ऐसी ड्यूटी नहीं देगी, जिसमें वह सीधे जनता का सामना करें.
  • सभी सार्वजनिक स्थानों पर कम से कम छह फीट की दूरी बनाकर चलना होगा.

इसके अलावा सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ सहमति बनी है कि सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी. क्योंकि कुछ लोग मेले का माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं. ऐसे अराजकता तत्वों पर पुलिस की सोशल मीडिया के साथ अन्य तरीकों से भी नजर रहेगी. इसके अलावा आस पड़ोसी राज्य हिमाचल और यूपी से बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे. जिसकी मॉनिटिरिंग उत्तराखंड पुलिस करेगी. ताकि भीड़ बढ़ने पर रुट का डायवर्ट किया जा सके.

वीआईपी मेहमानों की एंट्री बैन

महाकुंभ के शाही और मुख्य स्नान वाले दिन यदि वीआईपी आना चाहते तो वे साधारण श्रद्धालुओं के तौर पर शामिल हो सकते है. ऐसे महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है. बैठक में तय किया गया कि सभी राज्यों को कंट्रोल रूमों को आपस में मर्ज किया जाएगा. ताकि राज्यों के अधिकारी एक मंच पर एक-दूसरे के साथ जुड़कर काम कर सकें. इसके साथ ही महाकुंभ मेला आयोजन से संबंधित सभी तरह की बातें अंतरराज्जीय स्तर पर पुलिस एक दूसरे का साथ शेयर करेगी, ताकि किसी भी तरह सूचना और जानकारी का अभाव न हो.

नई दिल्ली/देहरादून: महाकुंभ आयोजन को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को धरातल पर लागू करने के लिए देहरादून पुलिस मुख्यालय में अंतरराज्यीय पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई. उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, एनआईए, रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों सहित प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस बैठक में मौजूद रहे. इस महत्वपूर्ण बैठक में आपसी सामंजस्य बनाकर हरिद्वार में आयोजित महाकुंभ को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की कार्य योजना बनाई गई है.

पढ़ें: 3 फरवरी को एम्स में ब्लड डोनेशन महाकुंभ, RDA अध्यक्ष ने की ब्लड डोनेट करने की अपील

डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में कुंभ मेला-2021 में भीड़, यातायात एवं पुलिस प्रबंधन को लेकर अंतरराज्यीय समन्वय बनाने पर संबंधित राज्य की पुलिस सहित अन्य एजेंसियों के अधिकारियों से विचार-विमर्श कर सुझाव लिए जा गए. इस महत्वपूर्ण बैठक में हरिद्वार महाकुंभ मेले के दौरान राज्य और केंद्र सरकार द्वारा जारी कोविड-19 की SOP का प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया गया.

इतना ही नहीं, देश के अलग-अलग राज्यों व अन्य स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ कोविड-19 की SOP का अनुपालन कराने के लिए भी संबंधित राज्यों के पुलिस अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

ये है केंद्र सरकार की एसओपी-

  • कुंभ में आने वालों के लिए 72 घंटे के भीतर की कोविड आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट लानी जरूरी.
  • कुंभ में आने से पहले उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट पर पंजीकरण भी कराना अनिवार्य होगा.
  • मेले के दौरान या तो थोड़ी-थोड़ी देर बाद अपने हाथ साबुन से धुलने होंगे या फिर हैंड सैनिटाइजर साथ रखना होगा.
  • राज्य सरकार को सार्वजनिक स्थानों पर हाथ धोने और सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी.
  • कुंभ मेला स्थल पर कहीं भी थूकना प्रतिबंधित होगा.
  • सभी को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल करना होगा.
  • कुंभ मेले में सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा. राज्य सरकार सस्ती दरों पर मेले में मास्क उपलब्ध कराएगी.
  • बिना मास्क पकड़े जाने पर राज्य सरकार की एजेंसियां नियमानुसार जुर्माना लगाएंगी.
  • राज्य सरकार को 65 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और 10 साल से कम उम्र के बच्चों को कुंभ मेले में न जाने के लिए प्रेरित करना होगा.
  • राज्य सरकार ऐसे कर्मचारी जो बुजुर्ग हैं और गर्भवती महिलाओं आदि को कोई ऐसी ड्यूटी नहीं देगी, जिसमें वह सीधे जनता का सामना करें.
  • सभी सार्वजनिक स्थानों पर कम से कम छह फीट की दूरी बनाकर चलना होगा.

इसके अलावा सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ सहमति बनी है कि सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी. क्योंकि कुछ लोग मेले का माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं. ऐसे अराजकता तत्वों पर पुलिस की सोशल मीडिया के साथ अन्य तरीकों से भी नजर रहेगी. इसके अलावा आस पड़ोसी राज्य हिमाचल और यूपी से बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे. जिसकी मॉनिटिरिंग उत्तराखंड पुलिस करेगी. ताकि भीड़ बढ़ने पर रुट का डायवर्ट किया जा सके.

वीआईपी मेहमानों की एंट्री बैन

महाकुंभ के शाही और मुख्य स्नान वाले दिन यदि वीआईपी आना चाहते तो वे साधारण श्रद्धालुओं के तौर पर शामिल हो सकते है. ऐसे महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है. बैठक में तय किया गया कि सभी राज्यों को कंट्रोल रूमों को आपस में मर्ज किया जाएगा. ताकि राज्यों के अधिकारी एक मंच पर एक-दूसरे के साथ जुड़कर काम कर सकें. इसके साथ ही महाकुंभ मेला आयोजन से संबंधित सभी तरह की बातें अंतरराज्जीय स्तर पर पुलिस एक दूसरे का साथ शेयर करेगी, ताकि किसी भी तरह सूचना और जानकारी का अभाव न हो.

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