नई दिल्ली: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ गुरुवार को लगातार दूसरे दिन भारतीय स्टार पहलवानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इस बीच सीपीआई के केरल से राज्यसभा सांसद बिनॉय विश्वम खिलाड़ियों को समर्थन देने पहुंचे. उन्होंने सरकार से खिलाड़ियों की गंभीर समस्याओं को देखते हुए न्याय की मांग की. इससे पहले हरियाणा से बीजेपी नेता बबीता फोगाट भी खिलाड़ियों को अपना समर्थन देने जंतर मंतर पर पहुंची है. बीते दिन भारत के स्टार पहलवानों साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने WFI अध्यक्ष पर यौन शोषण के साथ उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे.
इस दौरान बिनॉय विश्वम ने कहा कि मैं सांसद के रूप में सरकार से अनुरोध करूंगा कि इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए खिलाड़ियों के साथ न्याय होना चाहिए. क्योंकि किसी भी शिकायत या बात को अनसुना नहीं किया जाना चाहिए. आप और मैं राज्यसभा सांसद के तौर पर नहीं, बल्कि एक भारतीय के तौर पर आया हूं. यहां राजनीतिक विचार थोपने नहीं आया.
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इस मामले की गंभीरता को देख केंद्र सरकार ने संज्ञान लेते हुए अगले 72 घंटे में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को रिपोर्ट देने के लिए कहा है. वहीं दूसरी तरफ खिलाड़ियों की तरफ से लगातार अध्यक्ष पद से बृजभूषण सिंह को हटाने की मांग की जा रही है. साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, अंशु मलिक, बजरंग पूनिया, सत्यव्रत कादयान समेत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को रिप्रेजेंट करने वाले कई खिलाड़ी WFI की मनमानी नीतियों और बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे हुए हैं.
इन खिलाड़ियों को हर जगह से समर्थन मिल रहा है. गीता फोगाट, बबिता फोगाट के साथ अन्य लोगों ने इस मामले को लेकर ट्वीट कर अपना समर्थन खिलाड़ियों को दिया है. साथ ही बुधवार देर शाम दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी विनेश फोगाट से मुलाकात कर उन्हें समर्थन दिया. इसको लेकर दिल्ली पुलिस को नोटिस भी भेज दिया है.
दरअसल, इस मामले को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब बुधवार के दिन सुबह करीब 11:00 बजे साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, अंशु मलिक, बजरंग पूनिया और सत्यव्रत कादयान जैसे स्टार पहलवान जंतर मंतर पर एकाएक धरने पर बैठ गए और WFI अध्यक्ष पर मनमानी रवैया और यौन शोषण के साथ कई तरह के उत्पीड़न के आरोप इन खिलाड़ियों ने लगाए. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. गुरुवार सुबह लगभग 10:30 बजे से सभी पहलवान दोबारा जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए हैं और 12:00 बजे तक मौन रहकर प्रदर्शन किया.
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