नई दिल्ली: रविवार को भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच बेंगलुरु में खेले गए एक दिवसीय मैच पर सट्टा लगवा रहे 11 लोगों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से 72 मोबाइल, दो टीवी, सात लैपटॉप एवं रजिस्टर बरामद हुए हैं.
यहां से चार खास तरह के ब्रीफकेस बरामद किए गए हैं, जिनमें रखे मोबाइल पर सट्टे का भाव बताया जाता था. गिरफ्तारी के समय तक यह लोग लगभग पांच करोड़ का सट्टा अपने पास लगवा चुके थे.
क्राइम ब्रांच को मिली थी जानकारी
अतिरिक्त आयुक्त अजित सिंगला के अनुसार रविवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए एक दिवसीय मैच पर सट्टा लगने की जानकारी क्राइम ब्रांच को मिली थी. पुलिस को सूचना मिली कि कड़कड़डूमा के मानक विहार के एक मकान में बैठे सट्टेबाज लोगों से सट्टा लगवा रहे हैं. इस जानकारी पर एसीपी पंकज सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर विकास राणा की टीम में छापा मारकर वहां से कुल 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. यहां मौजूद मोबाइल, टीवी, लैपटॉप एवं ब्रीफकेस जब्त किए गए हैं.
ऐसे चल रहा था यह सट्टा
अतिरिक्त आयुक्त अजीत सिंगला ने बताया कि आरोपियों ने सट्टे की तीन लाइन ले रखी हैं, जिस पर सट्टे का भाव आता है. वह इस भाव को ब्रीफकेस में टंगे मोबाइल पर स्पीकर के माध्यम से बताते हैं जिस पर इनके पंटर लोगों से सट्टा लगवाते हैं. उन्होंने पंटरों से बातचीत के लिए कोड रखे हुए हैं. इन्हीं कोड में उनसे बातचीत की जाती है ताकि किसी को उनके ऊपर शक न हो. मैच के बाद हिसाब किया जाता है जिससे पता चलता है कि कौन कितना जीता और कौन कितना हारा. इसके बाद वह रकम अपने पास मंगवा लेते थे.
दो माह पहले किराए पर लिया था मकान
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह थोड़े दिनों के बाद ही किराए का मकान बदल लेते थे. वह न केवल अंतरराष्ट्रीय मैच बल्कि आईपीएल पर भी सट्टा लगाते थे. कड़कड़डूमा स्थित इस मकान को उन्होंने 48 हजार रुपये प्रतिमाह के किराए पर लिया था.
विभिन्न राज्यों में फैला था नेटवर्क
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनके पंटर देश के कई राज्यों में मौजूद हैं. वह लोगों से सट्टा लगवाते हैं. इससे पहले भी वह सट्टा चलाने के मामले में गिरफ्तार हुए थे. गिरफ्तार आरोपियों में चार सट्टेबाज एवं सात उनके कर्मचारी हैं. आरोपियों के खिलाफ गैंबलिंग एक्ट के साथ ही आईटी एक्ट के मामला भी दर्ज किया गया है.