नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना टेस्टिंग को लेकर कल केंद्रीय गृह मंत्री के साथ दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण बैठक में चर्चा हुई थी. इसमें केंद्र की तरफ से कहा गया था कि दिल्ली में अब टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी. केंद्र के इस फैसले के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने टेस्टिंग बढ़ाने को लेकर सभी लैब्स को आदेश जारी किया है.
लैब्स को आदेश
इस आदेश में कहा गया है कि वर्तमान में लैब्स पूरी ताकत के साथ टेस्टिंग करें और जल्द से जल्द अपनी कैपेसिटी बढ़ाएं. इसमें कहा गया है कि प्राइवेट लैब्स में अधिकतम कितने सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जा सकते हैं. इसकी कोई सीमा नहीं है लेकिन रिपोर्ट 24 से 48 घंटे के भीतर दे देनी होगी. साथ ही टेस्टिंग में आईसीएमआर की गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन करना होगा.
RT-PCR ऐप अनिवार्य
इस आदेश में यह भी कहा गया है कि अब कोई भी सैंपल RT-PCR ऐप के बिना नहीं लिया जाएगा. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही दिल्ली के एक बड़े अस्पताल के लैब पर इस ऐप में डाटा फीड नहीं करने का आरोप लगा था. इस मामले में एफआईआर भी हुआ. हालांकि अब फिर से उस लैब को टेस्टिंग की इजाजत मिल चुकी है.
42 लैब कर रहे टेस्ट
वर्तमान समय में दिल्ली में कुल 42 लैब कोरोना का टेस्ट कर रहे हैं. इनमें से 18 सरकारी लैब हैं और 24 प्राइवेट. गौरतलब है कि बीते दिन गृह मंत्री के साथ मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल की मीटिंग में तय हुआ था कि अब दिल्ली में रोजाना 10 हज़ार टेस्ट होंगे, जिसे 6 दिन बाद बढ़ाकर 15 हज़ार किया जाएगा.
18 हजार का लक्ष्य
हालांकि आज ऑल पार्टी मीटिंग के बाद खबर आई कि प्रतिदिन किए जाने वाले टेस्ट के लक्ष्य में और बढ़ोतरी की जा रही है. मीटिंग के बाद ईटीवी भारत से बातचीत में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बताया कि मीटिंग में केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया कि 20 जून से दिल्ली में प्रतिदिन 18 हज़ार टेस्ट होंगे.