नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हेट स्लोगन का विवाद (hate slogan case) लगातार बढ़ता जा रहा है. हिंदू समर्थक संस्थाएं लगातार वामपंथ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. 5 दिसंबर को हिंदू समर्थक लोगों ने एक पोस्टर जारी किया, जिसमें जेएनयू पर प्रोटेस्ट करने की बात कही थी और मुनिरका मेट्रो स्टेशन पर सभी को इकट्ठा होना था. दिल्ली पुलिस ने इस विरोध को लेकर पहले ही तैयारी कर रखी थी.
मुनिरका मेट्रो स्टेशन पर जैसे ही प्रदर्शनकारी जमा हुए पुलिस ने उन्हें जेएनयू जाने से रोकने की कोशिश की, जिसके बाद प्रदर्शनकारी मुनिरका मेट्रो स्टेशन के बाहर ही नारेबाजी करने लगे. कुछ देर बाद ही दिल्ली पुलिस ने तमाम प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर उन्हें वहां से हटा दिया.
जेएनयू में पिछले 30 नवंबर को स्कूल ऑफ लैंग्वेज की दीवारों पर ब्राह्मण भारत छोड़ो, बनिया भारत छोड़ो के अलावा कई तरह के जातिसूचक स्लोगन लिखे गए थे. इसके बाद ABVP ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी और जेएनयू प्रशासन से शिकायत की थी. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष रोहित गुप्ता ने आरोप लगाया था कि इस तरह के कार्य का समर्थन लेफ्ट विंग के लोग करते हैं. वामपंथियों ने खुली सोच वाले प्रोफेसर्स को डरने के लिए उनके चैम्बर पर धमकियां लिख दी हैं.
इसके बाद 30 नवंबर को दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी स्लोगन खिलाफ शनिवार को दिनदहाड़े हिन्दू रक्षा दल ने JNU के गेट और दीवारों पर कम्युनिस्टों भारत छोड़ो और कम्युनिस्ट = ISIS, जेहादियों भारत छोड़ो जैसे स्लोगन लिखे थे. प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं और जांच जारी है.
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