नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण जहां लोगों के शरीर में जहर घोलने का काम कर रहा है. वहीं दूसरी ओर इस पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. जहां एक ओर बीजेपी और आम आदमी पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. तो दूसरी ओर शुक्रवार को केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. इस बाबत दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री गोपाल राय ने एजेंसियों को ही आड़े हाथ लिया.
'प्रदूषण कंट्रोल करने के बजाय प्रवक्ता बन रही एजेंसियां'
दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री गोपाल राय ने आम आदमी पार्टी के दफ्तर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने प्रदूषण कंट्रोल एजेंसियों पर हमला करते हुए कहा कि आज वह अपनी रिपोर्ट पेश कर रही है. लेकिन इस बात पर क्यों ध्यान नहीं दे रही कि दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा क्यों बढ़ रही है. उनका कहना है कि इन दिनों एजेंसी अपना काम करने के बजाय प्रवक्ता बन रही है. उन्होंने कहा कि जिन एजेंसियों को प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए काम करना चाहिए. वह रिपोर्ट तो पेश करती है, लेकिन उसके उचित कारण नहीं बताती हैं. उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि एजेंसी यह बताएं कि पराली के अलावा प्रदूषण किन-किन वजह से हो रहा है.
केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने रिपोर्ट पेश की
बता दें कि शुक्रवार को केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दरमियान बढ़ते प्रदूषण को लेकर अपनी रिपोर्ट पेश की थी. इस दौरान एजेंसी का कहना था कि दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा काफी ज्यादा है. ऐसे में आठ प्रतिशत प्रदूषण की वजह पराली है. लेकिन दिल्ली सरकार लगातार यह कहती आई है कि दिल्ली में पराली की वजह से ही सबसे ज्यादा प्रदूषण बढ़ रहा है. इस बाबत मंत्री गोपाल राय का कहना है कि हमें प्रदूषण से मतलब है, लेकिन एजेंसी पराली को ही मुद्दा क्यों बना रही हैं. उनका कहना है कि बाकी अन्य किन वजह से प्रदूषण हो रहा है. उसके बारे में भी एजेंसी रिपोर्ट पेश करे.
फिलहाल श्रम मंत्री गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से एक ओर जनता बेहाल है. वहीं दूसरी ओर एजेंसियां हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है. जरूरी है कि समय रहते बढ़ते प्रदूषण पर कंट्रोल पाने के लिए एजेंसी उचित कदम उठाएं.और वह उन सभी कारणों की भी रिपोर्ट दें जिससे प्रदूषण बढ़ रहा है.