नई दिल्ली: राजधानी में पारा 44 डिग्री पार पहुंचते ही ठंडी बीयर की मांग जोर पकड़ लेती है. ताज़ी बीयर परोसने के लिए आबकारी विभाग माइक्रोब्रेवरी लगाने का लाइसेंस नहीं दे रहा था. लेकिन अब विभाग माइक्रोब्रेवरी का लाइसेंस देने की प्रक्रिया जल्द शुरू करेगा. यह मामला 4 सालों से लटका था. गुरुग्राम की कुछ कंपनियां गैर कानूनी तरीके से दक्षिणी दिल्ली में ग्राहकों को ताज़ी बीयर परोस रही हैं. इससे दिल्ली सरकार को राजस्व का घाटा हो रहा है.
माइक्रोब्रेवरी लगाने का काम नेगेटिव सूची से हटा
दिल्ली में ताज़ी बीयर बनाकर परोसने के लिए माइक्रोब्रेवरी लगाने संबंधी लाइसेंस देने के मामले को नेगेटिव सूची में डाल दिया गया था. डीडीए ने इसे इस सूची से हटाने के लिए पिछले साल सितंबर में लोगों से राय मांगी थी. रायशुमारी के बाद माइक्रोब्रेवरी लगाने के काम को नेगेटिव सूची से हटा दिया गया है.
बीयर प्लांट लगाने के लिए कर सकते हैं आवेदन
माइक्रोब्रेवरी लगाने को लेकर अब दिल्ली सरकार का वित्त विभाग भी राजी हो गया है. आबकारी विभाग अब इसकी आधिकारिक अनुमति दे सकता है. चूंकि चुनाव प्रक्रिया खत्म हो चुकी है तो अब राजधानी के बड़े होटल, क्लब व रेस्टोरेंट इसके लिए आवेदन कर सकेंगे. आबकारी विभाग के अधिकारी बताते हैं कि माइक्रोब्रेवरी लगाने संबंधी लाइसेंस देने के लिए नियम जल्द तय कर लिए जाएंगे.
तैयार कर सकेंगे 500 लीटर बीयर
अभी शुरू में कनॉट प्लेस, नेहरू प्लेस सहित कई जगहों पर कम से कम 25 माइक्रोब्रेवरीज खुलने की संभावना है. हर एक जगह पर 500 लीटर बीयर प्रतिदिन तैयार की जा सकेगी.