नई दिल्लीः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार 1 फरवरी को आगामी वित्तीय वर्ष 2023-24 के मद्देनजर बजट पेश करेंगी. बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर उठते सवालों के बीच इस बार यह बजट पेश होने जा रहा है. कोरोना जैसी महामारी के दो साल बाद इस बार हालात काफी हद तक सामान्य होने पर आम बजट पेश होगा. जानकारों की मानें तो इनकम टैक्स स्लैब में लगभग 75,000 रुपए तक की राहत मिल सकती है. वहीं इंफ्रास्ट्रक्चर पर केंद्र सरकार द्वारा अधिक निवेश किए जाने के साथ किसानों को शून्य प्रतिशत इंटरेस्ट पर लोन मुहैया कराया जा सकता है. इसके अलावा होम लोन और अन्य चीजों को लेकर भी महत्वपूर्ण घोषणा हो सकती है.
आम बजट 2023-24 पर बात करते हुए मशहूर अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने कहा कि वर्तमान समय की बात करें तो बीते एक साल के लंबे समय से देश का आम आदमी लगातार बढ़ती महंगाई से बुरे तरीके से त्रस्त और परेशान रहा है. इस सबके अलावा बढ़ती बेरोजगारी ने भी लोगों की चिंता बढ़ा रखी है. वर्तमान डाटा की बात की जाए तो दिसंबर में बेरोजगारी की दर 8% से ऊपर पहुंच गई है, जिसमें अर्बन क्षेत्रों में बेरोजगारी 10% से ऊपर है.
उन्होंने कहा कि सीपीआई के अनुसार इन्फ्लेशन रेट 6.77 प्रतिशत रही है. कोरोना के बाद हालात काफी हद तक सामान्य हो गए हैं. ऐसे में केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा बजट में आम आदमी को राहत देते हुए इनकम टैक्स के स्लैब में लगभग ₹75000 का बढ़ोतरी किए जाने के आसार है. सैलरी क्लास जो सबसे ज्यादा परेशान रहा है, को देखते हुए 25 से 30000 स्टैंडर्ड डिडक्शन की जा सकती है. होम लोन लेने वाले लोगों को थोड़ा अतिरिक्त लाभ सरकार के द्वारा दिया जा सकता है. देशभर में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड को इंट्रोड्यूस किया जा सकता है.
आकाश जिंदल ने कहा कि पिछले कुछ समय से किसानों को लेकर काफी बात होती रही है. ऐसे में इस बार बजट के अंदर किसानों को बड़ी राहत देने के साथ 0% इंटरेस्ट पर उन्हें लोन मुहैया कराए जाने को लेकर सरकार घोषणा कर सकती है. वहीं, दूसरी तरफ एमएसएमई सेक्टर में नए प्लांट लगाने के लिए सब्सिडी की घोषणा सरकार द्वारा की जा सकती है. पूरे विश्वभर में छाई ग्लोबल मंदी और नकारात्मक बने हुए हालातों को ध्यान में रखते हुए इस बार केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने आम बजट को लेकर कई सारी चुनौतियों के साथ हर एक वर्ग के लिए कुछ घोषणा करने की जिम्मेदारी भी है.